ग्वालियर। पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद उत्तर-पश्चिम की ओर से आ रहीं ठंडी हवाओं के कारण शुक्रवार को प्रदेश में लगातार दूसरी सबसे ठंडी रात ग्वालियर की रही। हालांकि न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि दर्ज की गई, लेकिन अधिकतम तापमान स्थिर रहा। दोनों ही औसत से कम दर्ज किए गए। दिन के समय भी लोग गर्म कपड़े पहने नजर आए। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल रात का तापमान 11 से 12 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही बना रहेगा। 19 नवंबर को आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने की संभावना है।
दीपावली के अगले दिन से ही ग्वालियर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया है। बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान सक्रिय होने के कारण आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैं। हवाओं का रुख भी पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी बने रहने के कारण शुक्रवार को तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं की गई। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार गुरुवार की तरह ही शुक्रवार को भी अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर बना रहा। यह औसत से 1.4 डिग्री सेल्सियस कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह औसत से 1.2 डिग्री सेल्सियस कम है। मौसम विभाग के अनुसार अभी न्यूनतम तापमान में ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं है। फिलहाल यह 11 से 12 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही टिका रहेगा। आगामी 19 नवंबर को जम्मू-कश्मीर में एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिसके प्रभाव से फिर से आसमान में बादल छाएंगे और रात के तापमान में इजाफा होगा। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने के बाद नवंबर माह के तीसरे सप्ताह में हवाओं का रुख पूरी तरह से उत्तरी हो जाएगी, जिसके चलते शहर में तेज सर्दी की शुरूआत होगी। रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है।