जबलपुर। शहर के सबसे बड़े ओमती नाले के ऊपर करीब 10 करोड़ रुपये खर्च कर बनाया गया तीन किलोमीटर लंबा नान मोटराइज्ड ट्रैक (एनएमटी) सैर-सपाटे के साथ ही सेहत के लिए मददगार साबित हो रहा है। एनएमटी में पैदल टहलने के लिए जहां पाथवे हैं वहीं साइकिलिंग करने के लिए साइकिल ट्रैक भी है। सेंट्रल लाइटिंग, एलईडी के अलावा बैठने के लिए भी कुर्सियां बनाई गई है। यहां अब बड़ी संख्या में लोग सुबह-शाम जहां सैर-सपाटा करने पहुंच रहे वहीं योगा और ओपन जिम में व्यायाम करने भी पहुंच रहे हैं। बच्चे यहां डांस व क्रिक्रेट का अभ्यास करने भी पहुंच रहे हैं। वाहनों के शोर-शराबे से दूर ये ट्रैक लोगों को अब भाने लगा है।
नाले को कवर्ड कर बनाया गया है
विदित हो कि स्मार्ट सिटी कंपनी जबलपुर द्वारा राइट टाउन, नेपियर टाउन, गोल बाजार और रानीताल क्षेत्र के 750 एकड़ क्षेत्र को एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी) के तहत विकसित करने के लिए चुना गया था। इसी कड़ी में राइट टाउन क्षेत्र के अंतरगत आने वाले ओमती नाले को कवर्ड कर इसके ऊपर करीब तीन किमी लंबा एनएमटी का निर्माण कराया गया है। पहले लोग जहां नाले से उठने वाली दुर्गंध से परेशान थे वहीं अब लोग इसके ऊपर शांत वातावरण और चारों तरफ बिखरी हरियाली के बीच सैर सपाटा करने पहुंच रहे हैं।
शाम को एलइडी की दूधिया रोशनी से जगमगा जाता है
शाम को एनएमटी की खूबसूरती देखते ही बनती है। आधुनिक एलइडी की दूधिया रोशनी से पूरा ट्रैक जगमगता उठता है। यहां न सिर्फ युवा बल्कि बुर्जुग भी सुबह और शाम को टहलने व व्यायाम करने पहुंच रहे हैं। आस-पास कालोनी होने से कालोनी के ज्यादातर नागरिकों के लिए ट्रैक वरदान साबित हाे रहा है। ट्रेक् में साइकिलिंग करने वाले भी अभ्यास करते देखे जा सकते हैं।
तीन चरणों में बना है ट्रैक
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ट्रैक को तीन अलग-अलग चरणों में बनाया गया है। पहला मदनमहल भातखंडे संगीत विद्यालय से प्रभात पुलिया तक, फिर एमएलबी स्कूल के पीछे से बस स्टैंड तक और माडल रोड तक और तीसरे चरण में माडल रोड से नौदरा ब्रिज तक ट्रैक बनाया गया है। बस स्टैंड से जिला पंचायत के आगे तक चौथे चरण में बनाया जाने वाले ट्रैक रद कर कर दिया गया है। क्योंकि इसके लिए समय पर टेंडर ही नहीं हो पाया। लिहाजा ट्रैक की लंबाई भी पांच किमी से घटकर पौने तीन किमी रह गई।