Breaking
भारत को समझना है तो यहां के अध्यात्म को समझना होगा…ISKCON मंदिर के उद्घाटन में बोले PM मोदी मशरूम की खेती से बदली महिला की किस्मत… बेटे को बनाया इंजीनियर, रोज कमा रही हजारों रुपये, 500 महिलाओं... दिल्ली-NCR में फिर लौटा पाबंदियों का दौर, ग्रैप-4 लागू; जानें क्या-क्या रहेगा बंद और खुला शीशमहल को लेकर कथनी-करनी में फर्क पर क्या बोलीं आतिशी? ED-CBI पर कह दी ये बात पक्की सड़क के इंतजार में महेश्वारा की जनता यमुना एक्सप्रेस-वे पर बढ़ीं सुविधाएं, मौत की खबरों पर लग गया विराम; आंकड़े कह रहे हैं कहानी कांग्रेस के पुराने मुस्लिम चेहरे नदारद, दिल्ली के बदले हुए माहौल में कैसे मुसलमानों का दिल जीतेगी? बिहार में दही-चूड़ा के बहाने बदल रही सियासी फिजा, पशुपति पारस के घर पहुंचे लालू यादव मोहन भागवत पर बोलते-बोलते इंडियन स्टेट पर बोल गए राहुल, BJP का पलटवार कांग्रेस ने कैसे बदला अपने मुख्यालय का पता…नहीं तो होता दीन दयाल उपाध्याय मार्ग

अधिकारी बन ठगी करना बना ट्रेंड कुलपति के नाम से हुआ प्रयास

Whats App

ग्वालियर। आनलाइन ठगी करने वालों ने अब पैटर्न बदल लिया है। शहर के बड़े-बड़े अधिकारियों के नाम से यह लोग ठगी करते हैं। टेक्नोलोजी का भरपूर उपयोग करते हुए यह अब तक फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी करते थे, लेकिन अब यह ठग वाट्सएप पर भी अपनी जड़ें पसार रहे हैं। हाल ही में जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी की पहचान ओढ़कर ठग ने वाट्सएप अकाउंट बनाया है और उसके बाद जेयू के ही अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को मैसेज कर ठगने का प्रयास किया है। हालांकि इस घटना की सूचना मिलते ही कुलपति तिवारी ने आफिशियल अकाउंट पर मैसेज करके सभी को इस फर्जी अकाउंट के बारे में सूचना दे दी थी, जिससे लोग इस ठग के शिकार बनने से बच गए।

बता दें हाल ही में फेसबुक की मदद से एक ठग ने ग्वालियर के पूर्व एसपी अमित सांघी का भी फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों को ठगने का प्रयास किया था। जिस अधिकारी का अकाउंट बनाया है उसके कद, पद को ध्यान में रखकर ठग सामने वाले से बात करता है। महाराष्ट्र का था नंबर: जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. तिवारी ने जेयू के जनसंपर्क अधिकारी डा. विमलेंद्र सिंह राठौर को भी मैसेज किया। विमलेंद्र ने जब नईदुनिया से उस अकाउंट की जानकारी को साझा किया तो उसकी डिटेल निकालने पर वह नंबर महाराष्ट्र का निकला। ठग ने दिमाग लड़ाते हुए उस नंबर को ट्रू कालर पर भी रजिस्टर किया था। किसी को शक न हो इसके लिए नंबर को वीसी सर के नाम से सेव किया गया था। मैसेज कर बताया अकाउंट फर्जी है : कुलपति प्रो. तिवारी ने इस मामले की जानकारी मिलते ही सबसे पहले लोगों को सचेत किया। उन्होंने जीवाजी विश्वविद्यालय के आफिशियल अकाउंट पर मैसेज कर सभी को सूचित किया कि उक्त अकाउंट, जिससे सभी को मैसेज किया जा रहा है वह अकाउंट फर्जी तरीके से बनाया हुआ है, उनका उससे कोई लेना-देना नहीं है। यदि किसी को उस नंबर से मैसेज आता है तो कोई जवाब न दें।

भारत को समझना है तो यहां के अध्यात्म को समझना होगा…ISKCON मंदिर के उद्घाटन में बोले PM मोदी     |     मशरूम की खेती से बदली महिला की किस्मत… बेटे को बनाया इंजीनियर, रोज कमा रही हजारों रुपये, 500 महिलाओं को दे रही ट्रेनिंग     |     दिल्ली-NCR में फिर लौटा पाबंदियों का दौर, ग्रैप-4 लागू; जानें क्या-क्या रहेगा बंद और खुला     |     शीशमहल को लेकर कथनी-करनी में फर्क पर क्या बोलीं आतिशी? ED-CBI पर कह दी ये बात     |     पक्की सड़क के इंतजार में महेश्वारा की जनता     |     यमुना एक्सप्रेस-वे पर बढ़ीं सुविधाएं, मौत की खबरों पर लग गया विराम; आंकड़े कह रहे हैं कहानी     |     कांग्रेस के पुराने मुस्लिम चेहरे नदारद, दिल्ली के बदले हुए माहौल में कैसे मुसलमानों का दिल जीतेगी?     |     बिहार में दही-चूड़ा के बहाने बदल रही सियासी फिजा, पशुपति पारस के घर पहुंचे लालू यादव     |     मोहन भागवत पर बोलते-बोलते इंडियन स्टेट पर बोल गए राहुल, BJP का पलटवार     |     कांग्रेस ने कैसे बदला अपने मुख्यालय का पता…नहीं तो होता दीन दयाल उपाध्याय मार्ग     |