खंडवा, बोरगांव बुजुर्ग । चौकी क्षेत्र से कुछ माह पहले एक पिता ने अपनी नाबालिग पुत्री के घर से कहीं जाने की रिपोर्ट पुलिस चौकी बोरगांव में दर्ज कराई थी। पुलिस को जांच में पता चला कि नाबालिग इंदौर में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार के साथ कहीं गई है। पुलिस ने इंदौर पहुंचकर रिश्तेदार के घर पर अपहरणकर्ता की तलाश की लेकिन कोई पता नहीं चला।
मुखबिर के जरिए अपहरणकर्ता का मोबाइल नंबर पता किया
इधर बोरगांव चौकी प्रभारी रामप्रकाश यादव ने मुखबिर के जरिए अपहरणकर्ता का मोबाइल नंबर पता किया, लेकिन अपहरणकर्ता उस मोबाइल नंबर से केवल वाट्सएप चला रहा था। इसके चलते उसकी लोकेशन नहीं मिल पा रही थी।
लोकेशन भी निकाल ली
इधर पुलिस ने साइबर सेल की सहायता से ये पता कर लिया कि अपहरणकर्ता इंदौर के गांधीनगर थाना क्षेत्र में निवास कर रहा है।
फिर ऐसे लिया झांसे में
चौकी प्रभारी रामप्रकाश यादव ने खुद के वाट्सएप के माध्यम से अपहरणकर्ता से बैंक डिटेल व अन्य बातें पूछकर झांसे में ले लिया और उसे विश्वास दिलाया कि उसके साथ बैंक धोखाधड़ी हो रही है।
थाने पहुंच गया आरोपित
अपहरणकर्ता खुद के साथ बैंक की धोखाधड़ी होते देख इंदौर के गांधीनगर थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा। वहां पहले से ही बोरगांव चौकी प्रभारी अपहरणकर्ता का इंतजार कर रहे थे और उनके बने जाल में अपहरणकर्ता फंस गया।
और हो गया गिरफ्तार…..
बोरगांव पुलिस चौकी प्रभारी रामप्रकाश यादव, प्रधान आरक्षक सचिन पाटिल और महिला आरक्षक मनीषा गोयल ने अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया और नाबालिग को उसके कब्जे से छुड़ाकर स्वजन को सौंपा है। इस पूरी कार्रवाई में साइबर सेल के प्रधान आरक्षक जितेंद्र राठौर का भी सराहनीय योगदान रहा।