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Pandit Gendalal Dixit Jayanti: चंबल के डाकुओं में देशभक्ति जगाने वाले क्रांतिकारी थे पंडित गेंदालाल दीक्षित

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Pandit Gendalal Dixit Jayanti 2023: गेंदालाल दीक्षित ऐसे जांबाज क्रांतिकारी थे, जिन्होंने अपने साहसिक कारनामों से उस वक्त की अंग्रेजी हुकूमत को हिलाकर रख दिया था। इस क्रांतिवीर ने न सिर्फ सैंकड़ों छात्रों और नवयुवकों को स्वतंत्रता की लड़ाई से जोड़ा, बल्कि बीहड़ों के दस्यु (डाकू) सरदारों में राष्ट्रीय भावना जगाकर उन्हें स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए जीवन सौंपने की शपथ दिलवाई।

गेंदालाल दीक्षित क्रांतिकारी दल ‘मातृवेदी’ के कमांडर-इन-चीफ थे और एक वक्त उन्होंने देश के अलग-अलग हिस्सों में काम कर रहे क्रांतिकारियों रासबिहारी बोस, विष्णु गणेश पिंगले, करतार सिंह सराभा, शचीन्द्रनाथ सान्याल, प्रताप सिंह बारहठ, बाघा जतिन आदि के साथ मिलकर ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ उत्तर भारत में सशस्त्र क्रांति की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन अपने ही एक साथी की गद्दारी की वजह से उनकी सारी योजना पर पानी फिर गया।

इनका जन्म 30 नवंबर, 1888 को उत्तर प्रदेश के आगरा जिले की तहसील बाह के ग्राम मई में हुआ था। 3 वर्ष की आयु में इनकी माता का निधन हो गया। बिना मां के बच्चे का जो हाल होता है, वही इनका भी हुआ। हमउम्र बच्चों के साथ निरंकुश खेलते-कूदते कब बचपन बीत गया पता ही न चला परंतु एक बात अवश्य हुई कि बालक के अंदर प्राकृतिक रूप से अप्रतिम वीरता का भाव प्रगाढ़ होता चला गया। 1905 में बंगाल के विभाजन के बाद जो देशव्यापी स्वदेशी आंदोलन चला, उससे आप भी अत्यधिक प्रभावित हुए।

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आपने डाकुओं में देश भक्ति की भावना जागृत कर उनका हृदय परिवर्तन कर उन्हें आजादी का सिपाही बना दिया था और शिवाजी समिति के नाम से एक संगठन बना कर शिवा जी की भांति छापामार युद्ध करके अंग्रेजी राज के विरुद्ध उत्तर प्रदेश में एक अभियान प्रारंभ किया। 1916 में चंबल के बीहड़ में ‘मातृवेदी’ दल की स्थापना की जिसमें बाद में प्रसिद्ध क्रांतिकारी राम प्रसाद ‘बिस्मिल’, देवनारायण भारतीय, श्री कृष्ण दत्त पालीवाल, ब्रह्मचारी लक्ष्मणानंद, शिवचरण लाल शर्मा और सरदार पंचम सिंह भी शामिल हुए।

‘मातृवेदी’ दल ने ही राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ को सैन्य प्रशिक्षण दिया था। एक समय ‘मातृवेदी’ दल में दो हजार पैदल सैनिकों के अलावा पांच सौ घुड़सवार थे। इस दल ने आगे चलकर जो काम किया, वह ‘मैनपुरी षड्यंत्र’ के नाम से प्रसिद्ध है।

80 क्रांतिकारियों का दल जंगल में ठहरा था तो दुर्भाग्य से साथी मुखबिर ने पहले ही जानकारी पुलिस को दे दी। अत: 500 पुलिस वालों ने उस क्षेत्र को घेर रखा था। जब ये लोग वहां रुके, तो सब बहुत भूखे थे। वह मुखबिर कहीं से जहरीली पुड़िया ले आया। उन्हें खाते ही कई लोग धराशायी हो गए। मौका पाकर वह मुखबिर भागने लगा। यह देखकर ब्रह्मचारी जी ने उस पर गोली चला दी। गोली की आवाज सुनते ही पुलिस वाले आ गए और फिर सीधा संघर्ष होने लगा, जिसमें दल के 35 व्यक्ति मारे गए। शेष लोग पकड़े गए। मुकद्दमे में एक सरकारी गवाह सोमदेव ने पंडित गेंदालाल दीक्षित को इस सारी योजना का मुखिया बताया। अत: उन्हें मैनपुरी लाया गया।

मैनपुरी में हवालात में बंद होने के दौरान उनके सहयोगी देवनारायण भारतीय ने उन तक फलों की टोकरी में रिवाल्वर व लोहा काटने की आरी पहुंचा दी, जिसकी मदद से गेंदालाल सलाखें काटकर लॉकअप में बंद सरकारी गवाह रामनारायण को लेकर फरार हो गए।

पंडित जी अपने एक संबंधी के पास कोटा पहुंचे, पर वहां भी उनकी तलाश जारी थी। इसके बाद वह किसी तरह अपने घर पहुंचे, परंतु घर वालों ने साफ कह दिया कि या तो आप यहां से चले जाएं, अन्यथा हम पुलिस को बुलाते हैं। अत: उन्हें वहां से भी भागना पड़ा। अहर्निश कार्य करने व एक क्षण को भी विश्राम न करने के कारण आपको क्षय रोग हो गया था। दस कदम चलने मात्र से मूर्छित हो जाते थे।

किसी तरह दिल्ली आकर पेट भरने के लिए एक प्याऊ पर पानी पिलाने की नौकरी करने लगे। सेहत बिगड़ने पर उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया और वहीं मातृभूमि को स्मरण करते हुए इस वीर ने 21 दिसंबर, 1920 को प्राण त्याग दिए। गेंदालाल जी जैसे महान क्रांतिकारी इस दुनिया से चले गए और किसी को पता भी नहीं चला, जबकि उनकी इच्छा थी कि मेरी मौत गोली से हो।

70 साल के पति ने की पत्नी की कैंची से गोदकर हत्या, फिर खुद भी तीसरी मंजिल से कूदा, दे दी जान     |     काशी में मृत्यु भी एक उत्सव… 350 साल पुरानी है परंपरा, मणिकर्णिका घाट पर नगर वधुएं देती हैं ‘नृत्यांजलि’     |     ‘मार से नहीं प्यार से सिखाएंगे मराठी’, क्या MNS के मुद्दे को हाईजैक करेगी उद्धव की पार्टी?     |     पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती: ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका, 25000 भर्ती रद्द करने का कलकत्ता हाई कोर्ट का फैसला बरकरारकांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि कल लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 पारित हो गया और आज इसे राज्यसभा में पेश किया जाना है. इस विधेयक को जबरन पारित किया गया. हमारी पार्टी का रुख स्पष्ट है. यह विधेयक संविधान पर एक हमला है. वक्फ संशोधन बिल सिर्फ साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए है. यह भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. ये देश को एक सर्विलांस स्टेट बना रहे. सीपीपी की आम सभा की बैठक में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार देश को रसातल में ले जा रही है, जहां संविधान केवल कागजों पर रह जाएगा. उन्होंने कहा कि ‘एक देश, एक चुनाव’ विधेयक भी संविधान का उल्लंघन है. हम इस कानून का पुरजोर विरोध करते हैं. सोनिया ने कहा किअर्थव्यवस्था बुरी हालत में है. चीन से इम्पोर्ट काफी बढ़ा है.सोनिया गांधी ने कहा कि यह हमारे लोकतंत्र के लिए गंभीर चिंता का विषय है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष को बोलने की अनुमति नहीं मिल रही है. इसी तरह, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खरगे जी को बार-बार अनुरोध के बावजूद वह कहने की अनुमति नहीं दी जाती है जो वह कहना चाहते हैं और वास्तव में उन्हें कहना चाहिए. आपकी तरह मैं भी इसकी साक्षी रही हूं कि कैसे सदन हमारी वजह से नहीं, बल्कि खुद सत्तापक्ष के विरोध के कारण स्थगित होता है. टैरिफ का मुद्दा प्रमुख्ता से उठाएं- सोनिया गांधी सोनिया ने सांसदों से कहा कि टैरिफ का मुद्दा प्रमुख्ता से उठाएं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता जीरो आवर (ZERO HOUR) में विपक्षी और पूर्व की सरकारों को टारगेट करने का काम करते हैं तो हमको भी जवाब देना चाहिए. वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में पास करीब 12 घंटे की मैराथन चर्चा के बाद वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में पास हो गया है. बिल के पक्ष में 288 वोट पड़े तो वहीं इसके खिलाफ 232 वोट पड़े. वहीं, अब राज्यसभा की बारी है. आज इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा. राज्यसभा में इस बिल पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय तय किया गया है. दोपहर 1 बजे से राज्यसभा में बिल पर चर्चा होगी.     |     वक्फ संशोधन बिल पर कांग्रेस ने शुरू की तैयारी, शाम 6 बजे खरगे ने बुलाई बैठक, कल सांसदों संग मीटिंग करेंगे राहुल     |     वक्फ पर TDP का बड़ा ऐलान, हम मोदी सरकार के साथ, लोकसभा में विधेयक का करेंगे समर्थन     |     1 लाख रुपये में किराए पर बुलाए हत्यारे, महिला ने बेटी के साथ मिलकर बनाया पति की हत्या का प्लान… क्यों करवाया कत्ल?     |     लूट लिया बैंक,17 किलो सोना लेकर फरार…वेब सीरिज Money Heist देख दो भाइयों ने बनाया था प्लान     |     गुजरात की इस परियोजना के खिलाफ महात्मा गांधी के परपोते की अपील खारिज, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- कुछ चीजें ऐसी जिनमें दखल नहीं दे सकते     |     दिल्ली में पर्यावरण पर CAG रिपोर्ट पेश, निगरानी और नियंत्रण में मिलीं कई खामियां     |