भोपाल। जिले की सात विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना तीन दिसंबर को जिला जेल में सुबह 8:00 बजे से की जाएगी। इसके लिए लगभग 800 कर्मचारियों को पहले चरण में प्रशिक्षण दिया गया है। अब उनको अंतिम प्रशिक्षण शनिवार यानी दो दिसंबर को दिया जाएगा। अंतिम प्रशिक्षण में कर्मचारियों को डाक मतपत्रों की गिनती की प्रक्रिया क्या रहेगी, ईवीएम से वोटों की गिनती कैसे की जाएगी सहित मतगणना से जुड़े हर बिंदु की जानकारी बारीकी से दी जाएगी। जिससे मतगणना के दौरान कर्मचारियों को किसी प्रकार की समस्या न हो। बता दें कि सुबह आठ बजे से जिला जेल में पहले डाक मत पत्रों की गिनती की जाएगी। इसके आधे घंटे बाद ईवीएम मशीनों के मतों की गिनती शुरू हो जाएगी।
आज होना था प्रशिक्षण, इसलिए तय किया शनिवार
मतगणना का प्रशिक्षण कर्मचारियों को आज गुरुवार को ही दिया जाना था, लेकिन इसमें बदलाव करते हुए अब यह दो दिसंबर को किया गया है । इसकी वजह यह है कि यदि आज प्रशिक्षण दे देते तो फिर कर्मचारियों को पहचान पत्र के लिए दोबारा से बुलाना पड़ता। इसलिए उसी दिन प्रशिक्षण के साथ ही उनको पहचान पत्र भी वितरित कर दिए जाएंगे। जिससे वह बिना किसी परेशानी के स्ट्रांग रूम में पहुंच सकें।
विधानसभा क्षेत्रवार दिया जाएगा प्रशिक्षण
मतगणना का प्रशिक्षण एमबीएम कालेज में दोपहर 12 से तीन बजे तक दिया जाएगा। प्रशिक्षण लेने वाले कर्मचारियों को पहले से विधानसभाएं अलाट कर दी जाएंगी। इसलिए वह विधानसभावार बनाए गए रूम में ही बैठेंगे। यानी बैरसिया, भोपाल उत्तर, नरेला, दक्षिण-पश्चिम, भोपाल मध्य और गोविंदपुरा, हुजूर विधानसभा के लिए अलग-अलग रूम रहेंगे।
मतगणना में सभी टेबिलों पर होगी वीडियोग्राफी
विधानसभा चुनाव के लिए जिले के सात सीटों के उम्मीदवारों के लिए डाले गए वोटों की गणना की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इसके साथ स्ट्रांग रूम से ईवीएम मशीनें निकालने, टेबिलों पर रखने और उनके वोटों की गिनती तक पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इसके साथ काउंटिंग के बाद मशीनों की सीलिंग का काम भी कैमरे की देखरेख में किया जाना है। एक-एक राउंड की मतगणना के बाद रिटर्निंग अधिकारी को सर्टिफिकेट देना पड़ेगा। जिसके आधार पर सभी राउंडों की काउंटिंग को आखिर में जोड़कर कुल वोटों की गिनती होगी। आयोग के मुताबिक मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वीडियो कैसेट भविष्य के लिए सीलबंद की जाएगी। उम्मीदवार यह कैसेट ले भी सकते हैं।