इंदौर । महीनेभर पहले देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा डाक्टोरल एंट्रेंस टेस्ट (डीईटी) करवाई गई। उसका शुक्रवार को रिजल्ट जारी कर दिया है। महज 30 फीसद उम्मीदवार परीक्षा में क्वालिफाई हो पाए है, जो अगले चरण में पहुंच गए है। इन्हें रिसर्च एडवाइजरी कमेटी के समक्ष इंटरव्यू की प्रक्रिया से गुजरना होगा। वैसे तीन विषय का परिणाम शून्य रहा।
जबकि प्रबंधन-वाणिज्य में सर्वाधिक उम्मीदवार परीक्षा में पास हुए है।अधिकारियों के मुताबिक जनवरी से विश्वविद्यालय अब आरएसी की प्रक्रिया शुरू करेंगा। 38 विषयों की 690 सीटों के लिए 3653 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। विश्वविद्यालय ने पहली मर्तबा आनलाइन 31 अक्टूबर को करवाई।
इसकी जिम्मेदारी एमपी आनलाइन को दी गई। परीक्षा के लिए सिर्फ इंदौर में केंद्र बनाए गए थे, जिसमें 2620 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी। सात दिन बाद विश्वविद्यालय ने माडल आंसरशीट निकाली।
तीन दिन के भीतर 22 प्रश्नों पर उम्मीदवारों ने आपत्ति लगाई। पंद्रह दिनों में समिति ने इन आपत्तियों का निराकरण किया। शुक्रवार शाम आठ बजे विश्वविद्यालय ने रिजल्ट निकाला। 2620 में से 793 उम्मीदवार परीक्षा क्वालिफाई कर पाए हैं। इलेक्ट्रोनिक, इंस्टूमेंट्रेशन और उर्दू विषय में एक भी उम्मीदवार पास नहीं हुए हैं।
वैसे भी इन विषयों में एक्का-दुक्का उम्मीदवारों ने भी परीक्षा दी। प्रबंधन में 420 में से 211, वाणिज्य 242 में से 110, हिन्दी साहित्य 129 में से 52, अंग्रेजी साहित्य में 148 में से 50 में उम्मीदवार पास हुए है।
डीईटी प्रभारी डा. अशेष तिवारी ने बताया कि डीईटी का रिजल्ट 30 फीसद उम्मीदवार पास हुए है। आरएसी भी जनवरी में रखेंगे। अब चयनित उम्मीदवारो को गाइड और को-गाइड की स्वीकृत लेना होगा। साथ ही शोध विषय तय करना होगा।