बुरहानपुर। किलर हाइवे के नाम से कुख्यात इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे की सड़क शुक्रवार सुबह फिर मजदूरों के खून से लाल हो गई। सुबह करीब नौ बजे शहर से लगे झिरी गांव के पास ओवरटेक करने के प्रयास में मजदूरों से भरी तूफान जीप सामने से आ रहे कंटेनर से टकरा कर सड़क किनारे पलट गई।
इस जीप में सुक्ता गांव के 17 मजदूर सवार थे। वे मजदूरी के लिए बुरहानपुर आ रहे थे। इनमें से 11 मजदूरों को चोट आई है। दुर्घटना के बाद उन्हें एम्बुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में से कुछ को गंभीर चोट आई है। सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में मजदूरों के स्वजन भी अस्पताल पहुंच गए थे। उल्लेखनीय है कि नेशनल हाइवे के इस स्थान में अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। बावजूद इसके अब तक इन्हें रोकने के लिए एनएचएआइ विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
ये मजदूर हुए घायल
दुर्घटना में जो मजदूर घायल हुए हैं, उनमें शरीफ पुत्र सईद, मुकेश पुत्र टुकडु, रूपेश पुत्र टुकडु, चुन्नीलाल पुत्र धन्नालाल, जितेंद्र पुत्र सुभान, मुकेश पुत्र निर्भय, चैन सिंह पुत्र रतन सिंह, कालू पुत्र दिलावर, सुनील पुत्र ईश्वर, नंदू पुत्र रामसिंह, मानसिंह पुत्र बाबू सिंह शामिल हैं।