झालावाड़ । जिले की चारों विधानसभा सीटों के वोटों की गणना 3 दिसंबर को सुबह 8 बजे से जिला मुख्यालय स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में शुरु हो जाएगी । वहीं मतगणना से जुड़े राजकीय कर्मचारियों-अधिकारियों, उम्मीदवारों या उसके अधिकृत निर्वाचक अभिकर्ताओं को सुबह 6.30 बजे से प्रवेश दिया जाएगा । ऐसे में चारों विधानसभा क्षेत्रों से संबंधित गणना करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों और निर्वाचक अभिकर्ताओं का प्रवेश राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के मुख्य द्वार से किया जाएगा ।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की EVM के मतों की गणना के लिए लगाई गई 12 टेबल
जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने बताया कि मतों की गणना के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 12-12 टेबल ईवीएम के लिए तथा 5-5 टेबल पोस्टल बैलेट और ETPBMS के लिए काउंटिंग हॉल में लगाई गई है। प्रत्येक टेबल पर एक-एक काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग सहायक और एक माइक्रो ऑब्जर्वर की नियुक्ति की गई है। वहीं गणना हॉल को दो भागों में बांटा गया है। एक भाग में गणना करने वाले कर्मचारी बैठेंगे। वहीं दूसरे भाग में उम्मीदवार के अधिकृत निर्वाचक अभिकर्ता बैठेंगे । साथ ही दोनों के मध्य सुरक्षा की दृष्टि से लोहे की जाली लगाई है। जब तक मतों की गणना पूरी नहीं हो जाती, तब तक 12 के गुणन में ईवीएम का प्रवेश काउंटिंग हॉल में होता रहेगा। प्रत्येक चक्र की गणना के उपरान्त उम्मीदवारों को प्राप्त मतों की संख्या को बोर्ड पर अंकित किया जाएगा।
सबसे पहले होगी डाक मत-पत्रों की काउंटिंग
वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि ईवीएम में बंद मतों की गणना से पूर्व प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी के पास लगी टेबल पर डाक मत-पत्रों की गणना की जाएगी। चारों विधानसभा क्षेत्रों के वोटों की गणना तकरीबन 23 से 25 राउंड में होगी।
मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
वहीं जिला पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर के मुताबिक सुरक्षा को लेकर पु्ख्ता इंतजाम किए गए हैं । उन्होंने बताया कि मतगणना स्थल पर भवन के अंदर स्ट्रॉन्ग रूम और काउंटिंग हॉल की सुरक्षा के लिए केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की कंपनी तैनात की गई है। वहीं भवन के द्वार से मुख्य द्वार तक की सुरक्षा की व्यवस्था के लिए आरएसी के जवानों को तैनात किया गया है । वहीं गणना स्थल के बाहर सड़क पर 1 किलोमीटर तक पुलिस के जवान मुस्तैदी के साथ तैनात रहेंगे। लिहाजा गणना स्थल में प्रवेश करने वाले सभी अधिकारी-कर्मचारियों व उम्मीदवार, अधिकृत निर्वाचक अभिकर्ताओं की द्विस्तरीय जांच की जाएगी। प्रथम बार गणना स्थल के मुख्य द्वार पर पुलिस द्वारा वहीं गणना भवन के द्वार पर सीएपीएफ के जवानों द्वारा जांच की जाएगी। इसके अलावा पूरे मतगणना स्थल पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नजर रखी जा रही है।