नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज 4 दिसंबर से शुरू हो रहा है। यह शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर तक चलेगा। इस बार के शीतकालीन सत्र में 19 दिनों में 15 बैठकें होंगी। सरकार ने सत्र के दौरान विधेयकों के अलावा 2023-24 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों के पहले बैच को चर्चा और मतदान के वास्ते सूचीबद्ध किया है। इस बार का सत्र नए संसद भवन में होगा। यह पहला पूर्ण सत्र होगा।
मिली जानकारी के अनुसार सत्र के दौरान आईपीसी, सीआरपीसी और साक्ष्य अधिनियम को प्रतिस्थापित करने वाले तीन प्रमुख विधेयकों पर विचार किए जाने की संभावना है। मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति का बिल भी इसी सत्र में आ सकता है।
इन तीन विधेयकों पर हो सकते हैं विचार
प्रमुख आपराधिक कानूनों के स्थान पर लाए गए तीन विधेयकों पर सत्र के दौरान विचार किए जाने की संभावना है। गृह मामलों की स्थायी समिति ने हाल ही में तीन विधेयकों पर अपनी रिपोर्ट को स्वीकारा है।