MP Assembly Election Results 2023 : एमपी में BJP का सबसे अनुभवी विधायक..! इनको हरा पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है, एक ही सीट से लगातार 9वीं बार जीता चुनाव..
भोपाल। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। अब तक के रुझानों में मध्य प्रदेश में भाजपा 166 पार पहुंच गई है और राजस्थान में भी बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है। छत्तीसगढ़ में भी भाजपा जीतती दिख रही है। वहीं तेलंगाना में कांग्रेस भारी बहुमत के साथ सत्ता में आती नजर आ रही है। एमपी से शिवराज सिंह चौहान की विदाई का रास्ता देख रहे विरोधियों को भी करारा जवाब मिला है। बीजेपी ने एमपी में ऐसा खेल दिखाया है कि कांग्रेस की रातों की नींद उड़ चुकी है। कांग्रेस को केवल 66 सीटों से संतोष करना पड़ा।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में अपना मुख्य चुनावी नारा ‘एमपी के मन में मोदी, मोदी के मन में एमपी’ दिया था। साथ ही मोदी ने राज्य की जनता को अपनी गारंटी भी दी। यानी चुनाव मोदीमय हो गया और जनता ने भी इस पर अपनी मुहर लगाकर भाजपा के माथे पर बड़ी जीत का सेहरा बांध दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कार्यकर्ता भाव से अथक मेहनत और लाडली बहना योजना इस पूरी रणनीति का टर्निंग पॉइंट साबित हुई।
भारतीय जनता के इस प्रत्याशी ने बिना चुनाव प्रचार किए ही बड़ी जीत हासिल की है। रिकॉर्ड बनाने वाले विधायक का नाम गोपाल भार्गव है। विधायक गोपाल भार्गव ने लगातार 9 बार जीतकर रिकॉर्ड भी बनाया है। वह पिछले 38 सालों से विधायक हैं। पहली बार चुनाव जीतने के बाद उन्हें आजतक कोई नहीं हरा पाया है। आइये जानते हैं कौन हैं अब तक चुनावों में अजेय रहे भाजपा नेता गोपाल भार्गव।
गोपाल भार्गव लगातार हो रहे वायरल
प्रदेश में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। लेकिन इस बीच भाजपा के सागर जिले के रहली से लगातार 9वीं बार बने विधायक गोपाल भार्गव का नाम इस समय काफी वायरल हो रहा है। बता दें कि गोपाल भार्गव ने बिना चुनाव प्रचार किए ही बड़ी जीत हासिल की है। गोपाल भार्गव ने 9वीं बार जीत हासिल कर लगातार सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड बना लिया। उन्होंने कांग्रेस की प्रत्याशी ज्योति पटेल को 72,800 से मात दी है। बता दें कि वह अब की बीजेपी सरकार में सबसे अनुभवी विधायक होंगे।
बिना प्रचार के जीते गोपाल भार्गव
बता दें कि 2018 में आई 15 महीनों की कमलनाथ की सरकार में बीजेपी ने गोपाल भार्गव को नेता प्रतिपक्ष बनाया था। तो वहीं गोपाल भार्गव ने पहली बार 1985 में जीत दर्ज की थी। तब से लेकर अब तक वह लगातार रहली से जीत हासिल कर रहे हैं। कहते हैं कि गोपाल भार्गव चुनाव के समय प्रचार नहीं करते लेकिन फिर भी वह रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल कर लेते हैं। वह पिछले 38 सालों के दौरान इस विधानसभा सीट से सभी चुनाव जीते हैं। वर्ष 2003 से अलग-अलग विभागों के कैबिनेट मंत्री रहे भार्गव ने कहा है कि उन्हें प्रचार करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि वह पूरे पांच साल लोगों के लिए काम करने में विश्वास करते हैं।
बता दें कि गोपाल भार्गव को रहली की जनता भगवान की तरह मानती है। वहां की जनता न तो गोपाल भार्गव के लिए गलत बोलती है और न ही गलत सुनना पसंद करती है। गोपाल भार्गव बुंदेलखंड के सबसे बड़े नेता माने जाते हैं। उनके वीडियो हमेशा जनता के बीच वाले ही वायरल होते हैं। कहते हैं कि गोपाल भार्गव ने रहली में ऐसा पैर जमा लिया है जैसे अंगद ने लंका में जमाया था। उनको रहली से हरा पाना काफी कठिन नजर आता है। इतना ही नहीं वह अब एमपी बीजेपी में सबसे अनुभवी नेताओं में पहले स्थान पर हैं।