अफगानिस्तान की सीमा से सटे पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में फैली आतंकी घटनाओं को लेकर चौकाने वाला खुलासा हुआ है कि यहां 100 से ज्यादा महिलाएं आतंकवाद फैलाने के लिए सक्रिय हैं। यह सब काफी पहले से चल रहा था लेकिन अफगानिस्तान में कट्टरपंथी तालिबान के सरकार के आने के बाद तेजी आई हैं।
पाकिस्तान के खैबर खैबर पख्तुनख्वाह प्रांत के काउंटर टेरेरिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) ने आतंकवाद और आतंकियों की मदद करने वाली महिलाओं की लिस्ट जारी की है। इनमें से कई महिला आतंकी ऐसे हैं, जो मध्य-पूर्व एशिया के सीरिया, यमन और इराक में ट्रेनिंग लेकर वापस लौटी है। सीडीटी की लिस्ट में शामिल 30 महिलाओं पर आतंकी घटनाओं में शामिल होने, 13 के अपहरण, 2 के फिरौती और 3-3 के टारगेट किलिंग और टेरर फंडिंग में शामिल होने के आरोप हैं।
इनमें से कुछ महिलाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन सीडीटी का कहना है कि एजेंसियों को महिला आतंकियों को गिरफ्तार करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एनालिस्ट आमिर का कहना है कि आतंकियों के हैंडलर्स के लिए पाक में काम करना मुश्किल हो गया है। इसलिए उन्होंने महिलाओं को तैयार किया है।
पंजाब में भी दो दर्जन से ज्यादा महिला आतंकी एक्टिव
विश्लेषक इलियास का कहना है कि अभी सीटीडी पंजाब की लिस्ट में भी दो दर्जन से ज्यादा महिलाओं का नाम सामने आया है, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के साथ-साथ उसके लिए पैसा एकत्रित करती हैं। सीटीडी पंजाब ने 2015 में बडाबेर एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमले के मामले में 3 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। अप्रैल 2023 में 2 बच्चों की मां शारी बलोच ने यूनिवर्सिटी ऑफ कराची में आत्मघाती हमला किया था, जिसमें 4 लोगों की मौत हुई थी, इसमें से 3 चीनी नागरिक थे।