‘फोर्ब्स 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं’ में 4 भारतीय, निर्मला सीतारमण लगातार पांचवीं बार लिस्ट में शामिल
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फोर्ब्स की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट (Forbes’ Most Powerful Women List) में जगह बनाई है। वह 32वें स्थान पर हैं, जिसमें अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और सिंगर टेलर स्विफ्ट (Taylor Swift) भी शामिल हैं। इस सूची में तीन अन्य भारतीय महिलाएं भी शामिल हैं, जिनके नाम- एचसीएल कॉर्पोरेशन की सीईओ रोशनी नादर मल्होत्रा (रैंक 60), स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया की चेयरपर्सन सोमा मंडल (रैंक 70), और बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार-शॉ (रैंक 76) हैं।
ये लगातार 5वीं बार है जब निर्मला सीतारमण ने इस लिस्ट में जगह बनाई है। वे पिछले साल इस लिस्ट में 36वें स्थान पर रही थीं यानी इस बार वो 4 पायदान ऊपर हैं। वहीं 2021 में उनको 37वां स्थान मिला था।
टॉप 3 पावरफुल महिलाओं के नाम
फोर्ब्स की पावरफुल महिलाओं की सालाना लिस्ट में दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन (European Commission chief Ursula von der Leyen) टॉप स्पॉट पर हैं, उनके बाद यूरोपीय सेंट्रल बैंक की बॉस क्रिस्टीन लेगार्ड दूसरे स्थान पर और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमल हैरिस तीसरे स्थान पर हैं।
जानें इनके भारतीय महिलाओं के बारे में
सीतारमण मई 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक वित्त मंत्री बनीं और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की भी प्रमुख हैं। राजनीति में आने से पहले उन्होंने यूके के एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एसोसिएशन और बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में भूमिकाएं निभाईं। इसके अलावा,वह राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं।
सीईओ रोशनी नादर मल्होत्रा एचसीएल के संस्थापक और उद्योगपति शिव नादर की बेटी हैं। फोर्ब्स ने कहा कि एचसीएल टेक्नोलॉजीज की अध्यक्ष के रूप में, वह कंपनी के सभी रणनीतिक निर्णयों के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने जुलाई 2020 में अपने पिता के बाद यह पद संभाला।
फोर्ब्स के अनुसार, सोमा मंडल सरकारी स्वामित्व वाली स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) की पहली महिला अध्यक्ष हैं। 2021 में भूमिका संभालने के बाद, उन्होंने स्टील निर्माता को वित्तीय वृद्धि दर्ज करने के लिए प्रेरित किया। बता दें कि उनकी लीडरशिप के पहले वर्ष में फर्म का मुनाफा तीन गुना बढ़ गया था।
फोर्ब्स ने बताया कि मजूमदार-शॉ भारत की सबसे अमीर सेल्फ-मेड महिलाओं में से एक हैं। उन्होंने 1978 में बायोफार्मास्युटिकल फर्म बायोकॉन की स्थापना की थी, जिसकी मलेशिया के जोहोर क्षेत्र में एशिया की सबसे बड़ी इंसुलिन फैक्ट्री है।