नई दिल्लीः पाकिस्तान उच्चायोग ने शुक्रवार को कहा कि उसने भारत के सिख तीर्थयात्रियों को सिंध में शदानी दरबार की यात्रा करने के लिए 104 वीजा जारी किए। धार्मिक स्थलों की यात्रा पर द्विपक्षीय प्रोटोकॉल के प्रावधान के तहत, भारत से सिख और हिंदू तीर्थयात्री हर साल पाकिस्तान जाते हैं। पाकिस्तानी तीर्थयात्री भी प्रोटोकॉल के तहत हर साल भारत आते हैं।
उच्चायोग ने एक बयान में कहा, ‘‘नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग ने 12-23 दिसंबर तक सिंध के शदानी दरबार हयात पिताफी में शिव अवतारी सतगुरु संत शदाराम साहिब की 315वीं जयंती समारोह में भाग लेने के लिए पाकिस्तान की यात्रा के लिए भारतीय हिंदू तीर्थयात्रियों को 104 वीजा जारी किए हैं।”
शदानी दरबार असल में भगवान शिव के अवतारी माने जाने वाले सतगुरू संत शादाराम साहिब का प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना 1786 में संत शादाराम साहिब ने की थी। जिन्हें भगवान राम के बेटे लव का वशंज माना जाता है। साथ ही हिंदू धर्म की पुरानी मान्यताओं के मुताबिक उन्हें भगवान शिव का अवतार भी कहा जाता है।संत शादाराम साहिब का जन्म 1708 में लाहौर में हुआ था।