दमोह। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता उतरने के एक सप्ताह के अंदर ही दमोह में एक कर्मचारी रिश्वत लेते पकड़ा गया। गुरुवार को सागर लोकायुक्त की टीम ने जिला पंचायत के आरईएस विभाग में पदस्थ सहायक ग्रेड तीन कर्मचारी अंकित सैनी को बिल भुगतान के एवज में 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। इस कार्रवाई के बाद जिला पंचायत में हड़कंप मच गया है।
पहली किश्त के रूप में दस हजार देना तय हुआ
इस मामले में फरियादी प्रमोद तिवारी ने बताया कि उन्होंने आरईएस विभाग की ओर से हिनोती रामगढ़ गांव में एक स्टाप डैम बनाया था। जिसका 24 लाख रुपये का भुगतान होना था और आरईएस विभाग के सहायक ग्रेड तीन अंकित सैनी के द्वारा बिलों का भुगतान नहीं किया जा रहा आैर इसके एवज में बिल का एक प्रतिशत 24 हजार की रिश्वत मांगी जा रही थी और पहली किश्त के रूप में दस हजार रुपये देना तय हुआ।
सागर लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया
मोद तिवारी ने इस बात की शिकायत सागर लोकायुक्त में की और गुरुवार को 10 हजार रुपये देने जब प्रमोद अंकित के कमरे में पहुंचे तो इसी दौरान लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। फरियादी प्रमोद तिवारी ने बताया कि जिला पंचायत में रिश्वत का खेल काफी बड़े पैमाने पर चलता है और अधिकारियों के इशारे पर ही यह काम होता है।लोकायुक्त निरीक्षक रोशनी जैन ने बताया कि प्रमोद तिवारी ने सागर लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी मामले की पुष्टि होने के बाद गुरूवार को आरईएस विभाग के सहायक ग्रेड तीन अंकित सैनी को दस हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है और आगे की कार्रवाई जारी है।