जबलपुर । इंडियन रेडक्रास सोसायटी द्वारा संचालित वृद्धा आश्रम के कर्मचारियों द्वारा कलेक्टर को यहां की अधीक्षक के खिलाफ अनियमितताएं को लेकर शिकायत की। इस दौरान उन्होंने वृद्धजनों को आश्रम में रस्सी से बांधकर रखने की वीडियो भी दिखाया। इसके बाद कलेक्टर ने जांच कमेटी बनाकर इस मामले की जांच की। इसके बाद अधीक्षक रजनीवाला सोहल को दोषी पाया और उन्हें प्रभाव से सेवामुक्त किया गया।
अब कर्मचारी और वृद्धाश्रम में परेशान कर रही है
कर्मचारी और वृद्धाश्रम में परेशान कर रही है। इसकी शिकायत लेकर वृद्धजन कलेक्टर और कमिश्नर के पास पहुंचे। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों तथा आश्रम वृद्धजनों को धमकाया जा रहा है। अभी तो सिर्फ 3 कर्मचारियों को निकलवाया है। जल्द ही सब कर्मचारियों एवं उनके साथ सहयोग करने वाले वृद्धजनों को भी आश्रम से बाहर निकलवा दूंगी।
कर्मचारियों को झूठे मामले में पदमुक्त किया गया था
इस मामले की लिखित शिकायत पर कमिश्नर एवं कलेक्टर से वे मिले। इस पर कमिश्नर एवं कलेक्टर ने तत्काल ही संबंधित अधिकारियों को इस मामले में कार्रवाई करने के निर्देशित किया। वृद्धजनों को बैठाकर उनसे सौहार्दपूर्ण वातावरण में पूरी शिकायत सुनी तथा वरिष्ठजनों ने यह भी बताया कि पूर्व में अधीक्षक के खिलाफ वीडियो वायरल करने वाले तथा शिकायत करने वाले कर्मचारियों को झूठे मामले में पदमुक्त किया गया था जिन्हें बहाल करने की मांग संभागीय कमिश्नर से की गई। इस अवसर पर जगदीश शुक्ला, कोशल पटेल, अम्बीर रामटेके, विश्राम कोल आदि अन्य वृद्धाश्रम के लोग उपस्थित रहे।