गोहद में पेट्रोल पंप कर्मचारी की मौत पर परिजनों का हाइवे पर हंगामा, जाम में एंबुलेंस फंसने से महिला की मौत
गोहद/भिंड। ग्वालियर-भिंड-इटावा हाइवे गोहद चौराहे पर शव रखकर स्वजन ने चक्काजाम कर दिया। इस वजह से करीब एक घंटे तक हाइवे पर वाहनों के पहिए थमे रहे। वहीं गोहद एसडीओपी की समझाइश और आश्वासन के बाद स्वजन हाइवे से शव हटाने पर राजी हुए।
15 दिसंबर को बिरखड़ी में स्थित पेट्रोल पंप पर काम करने वाला कर्मचारी सड़क हादसे में गंभीर घायल हो गया था। उपचार के लिए उसे ग्वालियर ले जाया गया। सोमवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित स्वजन ने हाइवे पर चक्काजाम कर दिया।
गोहद एडीओपी सौरभ कुमार, गोहद चौराह थाना प्रभारी प्रदीप सोनी मौके पर पहुंचे। मृतक के स्वजन मुआवजा सहित अन्य मांगों को लेकर अड़े हुए थे। इसके बाद गोहद एसडीओपी ने स्वजन को समझाइश देकर जाम को खुलवा दिया। इस दौरान करीब एक घंटे तक हाइवे पर जाम लगा रहा। इधर, गोहद चौराहे पर लगे जाम की वजह से भिंड अस्पताल से ग्वालियर के लिए रेफर हुई महिला को समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से उसने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया।
एक घंटे जाम में फंसी रही एंबुलेंस, महिला की मौत
जानकारी के अनुसार 35 वर्षीय मधु को उपचार के लिए फूफ अस्पताल से डाक्टरों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। जिला अस्पताल में महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे ग्वालियर के लिए रेफर किया गया। परिजन एंबुलेंस की मदद से दोपहर सवा तीन बजे ग्वालियर के लिए रवाना हुए लेकिन गोहद चौराहे पर लगे जाम की वजह से एंबुलेंस गोहद से तीन किमी पहले ही जाम में फंस गई।
मृतिका के सास-ससुर का कहना था कि एक घंटे तक जाम में एंबुलेंस फंसी रही, हम जाम खुलवाने के लिए वाहन चालकों के सामने गिड़गिड़ाते रहे। लेकिन जाम नहीं खुला। इसके बाद बहू की हालत को देखते हुए उसे गोहद अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने बहू की जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। मृतिका का पति सीआरपीएफ में है। मृतिका के तीन बेटा और एक बेटी है।
15 दिसंबर को सड़क हादसे में पेट्रोल पंप पर काम करने वाला कर्मचारी गंभीर घायल हो गया था। सोमवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद मृतक के स्वजन ने मुआवजा सहित अन्य मांगों को लेकर हाइवे पर जाम लगाया था, लेकिन समझाइश के बाद उन्होंने जाम खोल दिया था।
सौरभ कुमार, एसडीओपी, गोहद