भोपाल। उत्तर भारत की तरफ से लगातार आ रही सर्द हवाओं से प्रदेश में ठिठुरन बरकरार है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, वर्तमान में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है, इसलिए वहां से लगातार आ रही सर्द हवाओं से प्रदेश में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। इसी क्रम में बुधवार को प्रदेश में सबसे कम तापमान ग्वालियर में 5.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का पारा छह डिग्री सेल्सियस पर रहा।
प्रदेश के 23 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया। सिवनी में दूसरे दिन भी शीतलहर का प्रभाव रहा। बुधवार को धार, खंडवा एवं खरगोन में शीतल दिन रहा। 22 दिसंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने से रात का तापमान बढ़ने लगेगा
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि अभी कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। हवा का रुख लगातार उत्तरी बना हुआ है। इस वजह से न्यूनतम तापमान में गिरावट हो रही है। हालांकि बुधवार को मध्यम एवं ऊंचाई के स्तर पर बादल छा गए हैं।
इस वजह से रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वर्तमान में लगभग 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तरी हवा चल रही है।
इससे जहां रात के समय ठिठुरन बनी हुई है, वहीं दिन में भी सिहरन बढ़ गई है। उधर गुजरात, महाराष्ट्र एवं उससे लगे अरब सागर पर करीब तीन किलोमीटर की ऊंचाई पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से मध्य प्रदेश में मध्यम एवं ऊंचाई के स्तर पर बादल छा गए हैं।
इससे गुरुवार को न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी भी हो सकती है। उधर, 22 दिसंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। उसके प्रभाव से मौसम के मिजाज में बदलाव आ सकता है। रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने से ठंड से कुछ राहत मिलने की संभावना है।