आइएएस के बाद वरिष्ठ IPS अधिकारियों को भी मिला संभागों का प्रभार, दो माह में कम से कम एक बार करना होगा दौरा
भोपाल। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव द्वारा की जाने वाली संभागीय समीक्षा को देखते हुए अपर मुख्य सचिवों के बाद अब सरकार ने वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों को संभागों का प्रभारी बनाया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों को गृह विभाग ने निर्देश दिए हैं कि संभागीय बैठकों में उपस्थित रहें और कानून व्यवस्था को लेकर दिए जाने वाले निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराएं। दो माह में कम से कम एक बार आवंटित संभाग के जिलों का दौरा करें। प्रत्येक माह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस कार्यों की समीक्षा करें।
गृह विभाग द्वारा दिए निर्देश में कहा गया है कि जिलों में यदि कोई विषय पुलिस मुख्यालय की विभिन्न शाखाओं के समन्वय से संबंधित है तो पहल करते हुए निराकरण कराएं और पुलिस महानिदेशक के संज्ञान में विषय लाएं। कानून व्यवस्था, त्योहार एवं अन्य आयोजन के दौरान पुलिस व्यवस्था की समीक्षा करें।
अनियमित एवं अनियंत्रित ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर प्रतिबंध की समीक्षा, प्रत्येक जिले में पुलिस बैंड का गठन, आदतन अपराधियों की जमानत निरस्त कराने की कार्रवाई, पुलिस थानों की सीमा के युक्तियुक्तकरण, उच्च पद के प्रभार, वेतनमान-समयमान वेतनमान से जुड़े मामलों की समीक्षा करके निराकरण सुनिश्चित कराएं।
किसे कहां का दिया प्रभार
- विजय कटारिया- भोपाल
- आलोक रंजन- नर्मदापुरम
- प्रज्ञा रिचा श्रीवास्तव- ग्वालियर
- योगेश मुदगल- शहडोल
- पवन श्रीवास्तव- चंबल
- अनिल कुमार- रीवा
- संजीव शमी- सागर
- चंचल शेखर- जबलपुर
- जयदीप प्रसाद- इंदौर
- योगेश देशमुख- उज्जैन