भोपाल। विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए शिक्षा का स्वरूप हमारी माटी के आदर्शों के अनुकूल होना चाहिए। इससे ही युवाओं में राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत की जा सकती है। यह बात राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में रविवार को आयोजित अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षा समारोह के दौरान कही। दीक्षां समारोह में 170 विद्यार्थियों को उपाधि और सर्वोच्च अंक लाने वाले नौ विद्यार्थियों को पदक प्रदान किए गए। दीक्षा समारोह में चार विद्यार्थियों को स्वर्ण, तीन को सिल्वर और दो को कांस्य पदक प्रदान किए गए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डा. खेमसिंह डहरिया ने दीक्षित विद्यार्थियों को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी दीक्षांत शपथ का जीवन भर अनुसरण करें, अपने माता-पिता और गुरुजनों का सम्मान करे।
अटलजी की तरह विश्व में लहराएं हिंदी का परचम
आज पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती भी है। इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने उनको श्रद्धापूर्वक याद किया और उपस्थित विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे भी अटलजी की तरह पूरी विश्व में हिंदी का परचम लहराते हुए विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें। राज्यपाल ने कहा कि हिंदी के प्रचार-प्रसार और उस को लोकप्रिय बनाने में अटलजी का योगदान ऐतिहासिक और अनुकरणीय है। वे महान हिंसेवी, कवि हृदय और प्रखर वक्ता के रूप में सदैव याद किए जाएंगे। उन्होंने स्व. अटल जी से जुड़ा अपने जीवन काल का प्रसंग भी सुनाया।
समझाया शिक्षा का मर्म
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि शिक्षा केवल शिक्षण की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि जीवन की चुनौतियों को स्वीकारने, सामना करने और भविष्य के लक्ष्यों को तय करने का माध्यम है। हिंदी विश्वविद्यालय ने सिकल सेल एनिमिया जागरूकता प्रयासों में बेहतर कार्य किया है। विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़े हुए विभिन्न शास्त्रों के ज्ञान-विज्ञान को पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनाना सराहनीय है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आधुनिक और भारतीय संस्कृति के परंपरागत ज्ञान का समन्वय करते हुए युवा पीढ़ी को बंधन मुक्त शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराया है। शिक्षण संस्थान ऐसी युवा पीढ़ी तैयार करें, जो समग्र व्यक्तित्व के विकास के साथ रोजगार कौशल में विश्व स्तरीय और चारित्रिक दृष्टि से उत्कृष्ट और संस्कारित हो।
हर नौजवान बन सकता है देश की तरक्की का कारण
राज्यपाल पटेल ने कहा कि देश का हर नौजवान हिंदुस्तान की तरक्की का कारण बन सकता है। युवा अपने सपने को प्राप्त करते हुए राष्ट्र निर्माण में सहयोग कर सकता है। आप सभी अपने ज्ञान, कौशल, चरित्र से और सामर्थ्य से 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लें।
विकसित भारत @2047 के विजन पर चर्चा
राज्यपाल पटेल ने विकसित भारत @2047 के संकल्प के संबंध में समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों और युवाओं से बात की। इस अवसर पर राज्यपाल ने भारत को विकसित बनाने के संबंध में विद्यार्थियों के संकल्पों, सुझावों, विचारों और लक्ष्यों को सुना। विद्यार्थियों ने भी राज्यपाल पटेल से विकसित भारत @2047 के बारे में मार्गदर्शन प्राप्त किया।
इससे पहले दीक्षा समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की स्मारिका, शोध पत्रिका और प्रकाशनों का लोकार्पण किया। समारोह के अतिथि निदेशक आइआइआइटीडीएम भारतेंदु कुमार ने दीक्षांत उपदेश दिया। आभार कुलसचिव अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय श्री सतेन्द्र कुमार जैन ने व्यक्त किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की विभिन्न सभाओं के सदस्य, गुरुजन, दीक्षित विद्यार्थी और उनके परिजन उपस्थित थे।