लखनऊ: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। घने कोहरे और शीतलहर का कहर जारी है। उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। वहीं, यूपी के मौसम के मिजाज में सोमवार को तेजी से बदलाव आया है। मंगलवार सुबह शहर घने कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। कोहरे की वजह से दृश्यता प्रभावित होने से हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थम गई। वाहन चालकों को लाइट और इंडिकेटर जलाकर चलना पड़ा।
शहर में सोमवार देर रात से ही कोहरा पड़ना शुरू हो गया था। मंगलवार सुबह कोहरा और घना होता चला गया। खुले क्षेत्रों के साथ ही आबादी क्षेत्र में भी इसका असर नजर आया। इससे दिनचर्या तो प्रभावित हुई ही, कोहरे ने वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगा दी। दृश्यता 10 से 15 मीटर रहने से हाईवे पर वाहन रेंगते हुए नजर आए। वहीं मेरठ में भी कोहरा ने परेशान किया। कानपुर में सर्दी असर दिखा रही है। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में घना कोहरा रहा। जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग के अनुसार 31 दिसंबर तक सुबह और शाम कोहरा लोगों को परेशान करेगा। इस साल जिस तरीके से कड़ाके की ठंड पड़नी चाहिए। वह अभी तक शुरू नहीं हुई है।मौसम विज्ञानी डा. दानिश ने बताया कि आगामी तीन से चार दिन घना कोहरा रहेगा। दृश्यता पांच से दस मीटर तक रहेगी। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर भी दिखेगा। ठंड बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि बरसात के आसार कम हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार दिसंबर के आखिरी सप्ताह में होने वाली सर्दी से इस बार राहत मिलने वाली है। कड़ाके की सर्दी अब नए साल में ही सताएगी।