Breaking
अमरावती: फैक्ट्री के अंदर 100 से ज्यादा महिलाओं को दिया गया ‘जहर’, हॉस्पिटल में चल रहा इलाज वोट जिहाद पार्ट 2 शुरू… महाराष्ट्र में अवैध बांग्लादेशियों पर सीएम फडणवीस का बड़ा बयान दिल्ली चुनाव: ‘आचार संहिता का घोर उल्लंघन…’, टूटी सड़क वाले BJP के वीडियो पर EC के पास पहुंची AAP दिल्ली में और बढ़ेगी ठंड, UP-बिहार में भी गिरेगा पारा… जानें कैसा रहेगा अगले दो दिन का मौसम 1186 सीसीटीवी, 12 भाषाओं में अनाउंसमेंट और वार रूम… दिव्य महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी में रेलवे PM मोदी कल जेड-मोड़ सुरंग का करेंगे उद्घाटन, भारत के लिए क्यों साबित होगा मील का पत्थर? महाकुंभ में लगी मेगा किचन, रोजाना बनेगा 1 लाख लोगों का खाना… क्रेन से उठेंगे बर्तन इंदौर में स्पीड से गाड़ी दौड़ाने वाले हो जाएं अलर्ट, 25 एंट्री-एग्जिट पाइंट पर लगेंगे हाईटेक कैमरे युवा दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया स्वामी विवेकानंद पर बनी दुनिया की सबसे बड़ी 3-डी रंगोली का... उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस युवा दिवस के उपलक्ष में 12 जनवरी को सामूहिक सूर्य...

इसी सप्ताह से जमा होने लगेंगे फार्म, मजदूरों पर भारी पड़ेगा एक माह का इंतजार

Whats App

, इंदौर। हुकमचंद मिल के मजदूरों को दी जाने वाली मुआवजे की रकम परिसमापक के खाते में पहुंच चुकी है। इस रकम को मजदूरों के खाते तक पहुंचने में 15 दिन से एक माह तक का समय लगेगा। मजदूर नेताओं का कहना है कि वे इसी सप्ताह से हुकमचंद मिल परिसर में शिविर लगाकर मजदूरों के फार्म लेना शुरू कर देंगे। अच्छी बात यह है कि इस बार मजदूरों को खाते के सत्यापन के लिए कोई रकम नहीं देना होगी।

पिछली बार वर्ष 2017 में जब सरकार ने मजदूरों के पक्ष में 50 करोड़ रुपये की रकम जारी की थी, उस वक्त खातों के सत्यापन के लिए प्रत्येक मजदूर से दो-दो हजार रुपये लिए गए थे। हुकमचंद मिल बंद होते वक्त मिल में 5895 मजदूर काम करते थे। इन सभी ने सत्यापन के लिए दो-दो हजार रुपये दिए थे। इस हिसाब से देखा जाए तो वर्ष 2017 में ही मजदूरों से करीब एक करोड़ 10 लाख रुपये से ज्यादा खाता सत्यापन के नाम पर लिए जा चुके हैं। मजदूरों को इस बार यह राशि नहीं देना होगी। मजदूर नेता नरेंद्र श्रीवंश ने इस बात की पुष्टि भी की है।

मजदूर बनाने लगे योजना

मजदूरों का कहना है कि 32 वर्ष में बहुत कुछ बदल चुका है। तीन दशक में संपत्ति की कीमतों में आठ से दस गुना का उछाल आ चुका है। मुआवजे की रकम मिल बंद होते वक्त मिलती तो बात कुछ ओर होती। हालांकि उन्हें इस बात की खुशी भी है कि भले ही देर से सही लेकिन उन्हें मुआवजा मिला तो सही। वर्ष 2015 के आसपास जब मिल की जमीन को लेकर शासन और नगर निगम में विवाद खड़ा हुआ था उस वक्त तो उन्होंने मुआवजा मिलने की उम्मींद ही छोड़ दी थी।

वे निराशा से घीरे हुए थे लेकिन इस बीच वर्ष 2016 के अंत में हाई कोर्ट ने शासन को मिल के मजदूरों के पक्ष में 50 करोड़ रुपये जारी करने के आदेश दे दिए। कोर्ट के आदेश से मिली इस रकम ने मजदूरों के लिए संजीवनी का काम किया और वे दोगुने जोश के साथ अपने हक की लड़ाई में जुट गए।

अमरावती: फैक्ट्री के अंदर 100 से ज्यादा महिलाओं को दिया गया ‘जहर’, हॉस्पिटल में चल रहा इलाज     |     वोट जिहाद पार्ट 2 शुरू… महाराष्ट्र में अवैध बांग्लादेशियों पर सीएम फडणवीस का बड़ा बयान     |     दिल्ली चुनाव: ‘आचार संहिता का घोर उल्लंघन…’, टूटी सड़क वाले BJP के वीडियो पर EC के पास पहुंची AAP     |     दिल्ली में और बढ़ेगी ठंड, UP-बिहार में भी गिरेगा पारा… जानें कैसा रहेगा अगले दो दिन का मौसम     |     1186 सीसीटीवी, 12 भाषाओं में अनाउंसमेंट और वार रूम… दिव्य महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी में रेलवे     |     PM मोदी कल जेड-मोड़ सुरंग का करेंगे उद्घाटन, भारत के लिए क्यों साबित होगा मील का पत्थर?     |     महाकुंभ में लगी मेगा किचन, रोजाना बनेगा 1 लाख लोगों का खाना… क्रेन से उठेंगे बर्तन     |     इंदौर में स्पीड से गाड़ी दौड़ाने वाले हो जाएं अलर्ट, 25 एंट्री-एग्जिट पाइंट पर लगेंगे हाईटेक कैमरे     |     युवा दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया स्वामी विवेकानंद पर बनी दुनिया की सबसे बड़ी 3-डी रंगोली का अनावरण     |     उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस युवा दिवस के उपलक्ष में 12 जनवरी को सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन होगा। इस मौके पर डॉ.दुबे ने बताया कि सूर्य नमस्कार की एक से 12 स्थितियां प्रार्थना मुद्रा, हस्त उत्तनआसान, पदहस्त आसान, अश्वसंचालन आसन, पर्वतआसान, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन, पर्वत, आसान, अश्व संचालन आसन, पदहस्त आसान, हस्तउत्तन आसन, प्रार्थना की मुद्रा का विशेष महत्व है। सूर्य आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक सूर्य नमस्कार का सरल अर्थ, सूर्य को प्रणाम करना है। सूर्य आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है। प्राचीन काल से दैनिक सूर्य उपासना का विधान नित्यकर्म के रूप में होता था। योग में सूर्य का प्रतिनिधित्व पिंगला नाड़ी द्वारा होता है, जो जीवनी शक्ति का बहन करती है। अभ्यास से लाभ प्राप्त होता है उन्होंने कहाकि सूर्य नमस्कार स्वयं में एक पूर्ण साधना है क्योंकि इसमें आसन, प्राणायाम, मुद्रा और ध्यान का समावेश किया गया है। प्रातकालीन अभ्यास प्रारंभ करने के लिए यह सर्वोत्तम अभ्यास है। सूर्य नमस्कार के संपूर्ण अभ्यास से बहुत से लाभ प्राप्त होते हैं। यह शरीर को सबल बनाता है और चयापचाय को संतुलित करता है। स्वशन, पाचन, रक्त परिसंचरण, प्रजनन प्रणाली सहित शारीरिक संस्थानों को उद्दीप्त और संतुलित करता है। जिससे मस्तिष्क को ताजा आक्सीजन प्राप्त होती है। जो मानसिक विकास में वृद्धि करती है। सूर्य नमस्कार व्यक्ति के सर्वांगीण विकास में सहायक है। इस अवसर पर डाइट स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे।     |