शहडोल। एक और मासूम दगना कुप्रथा की बलि चढ़ गई। शहडोल के मेडिकल कालेज में भर्ती उमरिया के मानपुर की तीन माह की बच्ची की मंगलवार को मौत हो गई। उसे उसकी ही मां ने गर्म चूड़ियों से दागा था। वहीं, शहडोल के लालपुर पंचायत के ककरहाई गांव निवासी दो माह की बालिका की हालत अब स्थिर है। पुलिस ने उसकी नानी और मां पर मामला दर्ज किया है।
अगरबत्ती से सात बार दागा
बुढ़ार थाना क्षेत्र के ककरहाई गांव में दो माह की मासूम को निमोनिया हो गया था। उसे उसकी नानी मुन्नीबाई कोल (55) पत्नी रुद्र कोल व बच्ची की मां इंद्रवती कोल (35) पत्नी महेन्द्र कोल ने अगरबत्ती से सात बार सीने में दागा था। दागने के कारण बालिका का स्वास्थ्य बिगड़ने पर सात जनवरी को मेडिकल कालेज शहडोल में भर्ती कराया गया। बुधवार को उसकी हालत स्थिर बताई गई है।
मौत के बाद बाइक से लाना पड़ा शव
मानपुर क्षेत्र के ग्राम कठार में निमोनिया से पीड़ित तीन माह की अहाना बैगा को उसकी मां ने ही गर्म चूड़ियों से कई बार दागा। मौत के बाद माता-पिता को गांव तक लाने के लिए वाहन नहीं मिला तो वे बाइक से मासूम के शव को लेकर अपने घर पहुंचे। शहडोल से कठार गांव तक उन्होंने 70 किमी की दूरी करीब ढाई घंटे में तय की।