इंदौर। नई टीम, नई चुनौती, नवाचार फिर भी नंबर वन हमारा इंदौर स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर के सामने इस बार कुछ अलग तरह की चुनौतियां थीं। सबसे पहली तो थी स्वच्छता में सिरमौर बने रहना। इस ताज को बनाए रखना। हम लगातार छह वर्षों से सर्वेक्षण में पहले नंबर पर आ रहे थे। देशभर में पहले नंबर पर आना बहुत मुश्किल नहीं, लेकिन इस स्थान पर लगातार बने रहना बहुत मुश्किल होता है। यह बात इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर के सातवीं बार नंबर वन आने पर कही।
इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि खुशी की बात यह है कि इंदौर ने इस मुश्किल को पार कर लिया। दूसरी चुनौती थी सर्वेक्षण के समय शहर की स्वच्छता को बनाए रखना। यह पहला मौका था जब सर्वेक्षण वर्षाकाल में हुआ। ऐसे में स्वच्छता का मापदंडों पर खरा उतरना आसान नहीं था, लेकिन सफाई मित्रों के अथक प्रयासों से यह संभव हो सका। हमारे सामने तीसरी बड़ी चुनौती थी नई टीम के साथ नई चुनौतियों को स्वीकारना।
ग्रीन वेस्ट मैनेजमेंट पर बहुत काम किया
उन्होंने कहा कि इस बार हमने ग्रीन वेस्ट मैनेजमेंट पर बहुत काम किया। इसके अलावा बेकलाइनों की सफाई और सुंदरता पर भी काम हुआ है। इस बार हमने नवाचार करते हुए सफाई मित्रों के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन बनाई। हमारे सफाई मित्र जो दिनभर शहर को चकाचक बनाए रखने में जुटे रहते हैं उन्हें अपने छोटे-छोटे काम के लिए जोन कार्यालय के चक्कर न काटना पड़े इसके लिए प्रत्येक जोन कार्यालय पर सफाई मित्र सहायता केंद्र खोले।
इसका फायदा यह मिला कि सफाई मित्रों के मन में यह विश्वास और दृढ हुआ कि निगम उनके साथ है और उनकी छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान को लेकर सजग है। निगम को फायदा यह मिला कि सफाई मित्रों ने अपनी शत प्रतिशत क्षमता इंदौर को चकाचक करने में लगा दी और आज इंदौर ने स्वच्छता का सातवां आसमान छू लिया। यह सफलता पूरे इंदौर की सफलता है। हर इंदौरी को इस पर गर्व है। मैं भी गर्व से कह सकता हूं कि मैं उस इंदौर का महापौर हूं जिसने स्वच्छता का सातवां आसमान छूआ है।