रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक ने आसान से लक्ष्य के आगे टेके घुटने, सिर्फ एक गेंदबाज ने अकेले दिखा दिए दिन में तारे
रणजी ट्रॉफी की सबसे सफल टीमों की बात करेंगे तो कर्नाटक उनमें एक होगी. लेकिन, उसी कर्नाटक को सनसनीखेज हार मिली है. उसने एक आसान से दिख रहे लक्ष्य के आगे घुटने टेक दिए हैं. वो भी तब जब टीम के ओपनर ने उसे सॉलिड शुरुआत दिला दी थी. ओपनिंग जोड़ी ने ही मिलकर टारगेट के आधे से ज्यादा रन स्कोर बोर्ड में जोड़ दिए थे. लेकिन बाकी के बल्लेबाजों की नाकामी ने टीम की हार की कहानी लिख दी.
रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक का मुकाबला गुजरात से था. पलड़ा वैसे तो कर्नाटक का भारी था. लेकिन, जिस अनिश्चिताओं की हम अक्सर क्रिकेट में बातें करते हैं, वो यहां दिख गई. कर्नाटक को गुजरात के खिलाफ उन्हीं अनिश्चताओं का शिकार बनना पड़ा. वो भी मामली से मिले 110 रन के लक्ष्य के आगे.
कर्नाटक ने आसान लक्ष्य के आगे टेके घुटने
अब सवाल है कि कर्नाटक के साथ रणजी ट्रॉफी मुकाबले में ये नाटक कैसे हो गया? तो क्रिकेट वैसे तो 11 खिलाड़ियों का खेल है. लेकिन, कभी-कभी इसमें एक खिलाड़ी भी पूरी टीम पर भारी पड़ जाता है. और, वही यहां हुआ. कर्नाटक जब गुजरात से मिले 110 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरा तो उसकी शुरुआत जबरदस्त रही. मयंक अग्रवाल और देवदत्त पडिक्कल की ओपनिंग जोड़ी ने मिलकर टीम के स्कोर बोर्ड पर पूरे 50 रन टांग दिए.
50 रन की ओपनिंग साझेदारी, फिर भी नहीं बने 110 रन
कर्नाटक का पहला विकेट 50 रन के स्कोर पर मयंक अग्रवाल के तौर पर गिरा. मतलब, जीत अब बस 60 रन दूर थी. और, हाथ में 9 विकेट थे. यानी जीत पक्की थी. लेकिन, ये पक्की लग रही कर्नाटक की जीत देखते ही देखते गुजरात के खिलाफ उसकी हार में बदल गई. गुजरात की टीम जो एक वक्त खुद को लगभग हारा मान चुकी होगी, खुद उसे भी इस जीत पर यकीन नहीं रहा होगा. लेकिन ऐसा हुआ. ये सब किसी सपने के सच होने जैसा था.
सिर्फ एक गेंदबाज ने कर दिया तहस-नहस
कर्नाटक के खिलाफ गुजरात की जीत की कहानी लिखने वाले खिलाड़ी का नाम सिदार्थ देसाई रहा, जिन्होंने अपनी गेंदबाजी से दूसरी पारी में कर्नाटक से जीती हुई बाजी छिन ली. उन्होंने अकेले ही कर्नाटक की दूसरी इनिंग में 42 रन देकर 7 विकेट चटका दिए. इस कमाल के प्रदर्शन के बाद सिदार्थ देसाई गुजरात की जीत के हीरो बन गए.
7 रन से कर्नाटक ने गंवाया मैच
इससे पहले गुजरात ने अपनी पहली पारी में 264 रन बनाए थे तो कर्नाटक ने जवाबी हमला बोलते हुए 374 रन बनाकर लीड ले ली थी. गुजरात ने दूसरी पारी में 219 रन बनाए और इस तरह से कर्नाटक को जीत के लिए 110 रन का लक्ष्य मिला था. लेकिन, पूरी टीम 103 रन पर ऑल आउट हो गई और 7 रन से मुकाबला हार गई.