दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं और उन्होंने केंद्रीय एजेंसी को अपना जवाब भेज दिया है. यह जानकारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने दी है. पार्टी का कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ईडी को जवाब दे दिया है. पूछा गया कि अगर केजरीवाल आरोपी नहीं हैं तो समन क्यों दिया गया है?
AAP ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है. उसने कहा है कि बीजेपी का मकसद केजरीवाल को गिरफ्तार करना है. केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना है. ED ने लिखा है कि केजरीवाल आरोपी नहीं, फिर समन और गिरफ्तारी क्यों? वहीं, उसने कहा कि भ्रष्ट नेता बीजेपी में चले जाते हैं, उनके मामले बंद कर दिए जाते हैं. हमने भ्रष्टाचार नहीं किया, हमारा कोई नेता बीजेपी में नहीं जाएगा.
ईडी के सामने पेश नहीं होने के लिए दिए ये जवाब
दिल्ली के सीएम को ईडी ने चौथी बार समन भेजा था. इससे पहले 2 नवंबर, 21 दिसंबर और 3 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह एक भी बार एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं. पिछले नोटिस को भी उन्होंने गैर कानूनी बताया था और राज्यसभा चुनाव व गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों का हवाला दिया था. पहले समन के जवाब में केजरीवाल ने बताया था वह पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रचार को लेकर व्यस्त हैं, जबकि दूसरे समन के दौरान तर्क दिया था कि उन्हें पूर्व-निर्धारित विपश्यना के लिए जाना पड़ रहा है.
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और AAP के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था और वे न्यायिक हिरासत में हैं. ईडी की कार्रवाई को AAP, केजरीवाल, सिसोदिया और सिंह ने सभी आरोपों से इनकार किया है और मामले को केंद्र सरकार के इशारे पर “राजनीतिक प्रतिशोध” बताया है. पार्टी ने बारे में आमजन से प्रतिक्रिया लेने के लिए अभियान भी चलाया कि अगर केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाता है तो क्या उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए?
सीएम केजरीवाल तीन दिन के गोवा दौरे पर
दिल्ली के सीएम केजरीवाल आज से तीन दिवसीय दौरे पर रहने वाले हैं. उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और सांसद राघव चड्ढा व संदीप पाठक मौजूद रहेंगे. गोवा में AAP के दो विधायक हैं. पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं में जान फूंकने और आगे की रणनीति बनाने के लिए सूबे के नेताओं से मुलाकात करेगी.