प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को केरल के दौरे पर पहुंचे। यहां वह एक रात गेस्ट हाउस में रुके। पीएम मोदी सरकारी गेस्ट हाउस में रात भर रुके और फर्श पर सोए। गेस्ट हाउस के कर्मचारियों के अनुसार, भले ही उन्होंने केरल और उत्तर भारतीय व्यंजन तैयार किए थे। मंगलवार रात अपने रोड शो के बाद गेस्ट हाउस पहुंचने पर मोदी ने सबसे पहले नारियल पानी पीया। रात के खाने में उन्होंने सिर्फ फल खाए।
बता दें कि 22 जनवरी यानी सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर अभिषेक में हिस्सा लेने वाले हैं, इसलिए उन्होंने अपने भोजन और दैनिक जीवनशैली पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि गेस्ट हाउस ने मोदी के सोने के लिए एक किंग साइज बेड लगाया था, लेकिन उन्होंने अपनी योगा मैट बिछाई और फर्श पर उस पर सो गए। वह सुबह 4.30 बजे उठे, एक गिलास गर्म पानी पिया और बाद में अपने दैनिक योग में लग गए।
अगले दिन जब मोदी गेस्ट हाउस से निकले तो उन्होंने अच्छे प्रवास के लिए स्टाफ को धन्यवाद दिया। मोदी मंगलवार और बुधवार को राज्य में थे और उन्होंने पहले यहां एक रोड शो किया और अगले दिन अभिनेता सुरेश गोपी की बेटी की शादी में शामिल हुए और त्रिशूर में एक राम मंदिर का दौरा किया। तब उन्होंने 4,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण किया था। दिल्ली लौटने से पहले उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग को संबोधित किया।
क्या होता है यम नियम?
धर्म शास्त्रों के अनुसार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा एक बड़ी और पवित्र प्रक्रिया है, जिसके लिए कड़े नियम बनाए गए हैं। जिनका शास्त्रों से गहरा नाता है। अष्टांग योग के 8 अंगों में सबसे पहले यम और फिर नियम की ही व्याख्या है। अनुष्ठान में जिन यम नियमों का पालन करना होता है, उसमें यजमानों को रोज सुबह नहाना पड़ता है। नियम के अनुसार बाहर के भोजन का त्याग करना होता है, जिसमें सिर्फ घर का बना खाना सकते है।
PM मोदी 11 दिवसीय जिस अनुष्ठान को कर रहे हैं, उसके मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा के कई दिन पहले से इन नियमों का पालन करना होता है। शास्त्रों में देव प्रतिष्ठा को पार्थिव मूर्ति में ईश्वरीय शक्ति के संचार का अनुष्ठान बताया गया है। जिसमें अनुष्ठान से पहले व्रत के नियमों का पालन करने की बात कही गई है। इसी धार्मिक और शास्त्रीय प्रक्रिया का पालन करते हुए पीएम मोदी 11 दिन का अनुष्ठान कर रहे हैं, वे व्रत भी करेंगे।