केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि सरकार म्यांमा सीमा पर लोगों की मुक्त आवाजाही को बंद करेगी और बांग्लादेश से लगी सीमा की तरह इसकी सुरक्षा करेगी। असम पुलिस की पांच नव गठित कमांडो बटालिन के प्रथम बैच की ‘पासिंग आउट परेड’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र म्यांमा सीमा पर लोगों की मुक्त आवाजाही पर पुनर्विचार कर रहा है।
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘भारत-म्यांमा सीमा की सुरक्षा बांग्लादेश से लगी सीमा की तरह की जाएगी…भारत सरकार म्यांमा सीमा पर मुक्त आवाजाही को बंद करेगी।” शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व के तहत पिछले 10 वर्षों में देश की कानून व्यवस्था में भारी बदलाव आया है। उन्होंने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि इसके शासनकाल के दौरान लोगों को नौकरियों के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी, जबकि भाजपा के शासन के दौरान नौकरी के लिए एक पैसा भी नहीं देना पड़ता है।
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर शाह ने कहा कि भगवान राम 550 साल के ‘बुरे दौर’ के बाद घर लौटेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है।” उन्होंने कहा कि यह ऐसे वक्त हो रहा है जब देश ‘सुपरपावर’ बनने की राह पर है।