कांग्रेस पार्टी इन दिनों पूर्वोत्तर के राज्यों में भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर है। कुछ जगहों पर कांग्रेस नेताओं के ऊपर हमले के बारे में भी कहा जा रहा है। वहीं राहुल गांधी को एक मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया, जिसके बाद वह धरने पर बैठ गए हैं। इसके साथ ही राहुल गांधी ने सरकार पर भी कई तरह के सवाल खड़े किए हैं।
बता दें असम के नगांव जिले में स्थित वैष्णव संत शंकरदेव के जन्मस्थान पर जाने के लिए राहुल गांधी वहां पहुंचे हुए थे। लेकिन उन्हें बाहर ही रोक दिया गया। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि प्राधिकारी उन्हें नगांव स्थित श्री श्री शंकरदेव मंदिर में जाने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। राहुल गांधी ने असम के नगांव स्थित मंदिर में जाने से रोके जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्राधिकारियों से पूछा कि क्या अब यह प्रधानमंत्री मोदी तय करेंगे कि मंदिर में कौन जाएगा? हम कोई समस्या पैदा नहीं करना चाहते, केवल मंदिर में पूजा करना चाहते हैं। वहीं मंदिर में जाने से रोके जाने के बाद राहुल गांधी कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस ने सरकार पर लगाए आरोप
वहीं असम में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के काफिलों पर हो रहे कथित हमलों को लेकर कांग्रेस सोमवार शाम को देश भर में प्रदर्शन करेगी। रविवार को देर रात एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि असम में यात्रा के प्रवेश करने के बाद से भारत में सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री अपने गुंडों का इस्तेमाल कर हमारे काफिलों, संपत्ति और नेताओं पर लगातार हमले कर रहे हैं। यह एक ऐसा मामला है जिसे हर भारतीय को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फासीवाद और गुंडागर्दी को उजागर करता है। पूरे भारत में सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया जाता है कि वे कल शाम बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करें और उजागर करें कि कैसे मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा असम में अपने मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के माध्यम से लोकतंत्र की हत्या कर रही है। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के लिए हमारी लड़ाई निरंतर जारी रहेगी।