अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पंजाब के मंदिरों में तैयारियां जोरों पर है, जहां हर कोई इस पवित्र समारोह को यादगार बनाने में व्यस्त है, वहीं राम भक्त भी उत्सुकता से इस दिवस का इंतजार कर रहे है। वहीं गुरुओं की धरती पंजाब में श्री राम आगमन समारोह का उल्लास देखते ही बनता है। सभी शहरों में पिछले एक सप्ताह से प्रभातफेरी, कीर्तन सत्संग का दौर जारी है।
हजारों जगहों पर अयोध्या के लाइव कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा। पंजाब के हर घर-घर व दुकानों पर भगवान श्री राम के ध्वज फहराए गए है। मंदिरों में भव्य दीपमाला जलाई जाएगी। वहीं पंजाब की भारत-पाक की सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है। बता दें कि इस बहु-प्रतीक्षित समारोह के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। भगवान राम के बाल रूप रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में देश के प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधियों, विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों सहित सभी क्षेत्रों के प्रमुख लोग शामिल होंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अनुसार इसके दोपहर एक बजे तक सम्पन्न होने की उम्मीद है।
पीएम करेंगे जनसभा को संबोधित
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद प्रधानमंत्री एक सभा को संबोधित करेंगे। राम मंदिर का निर्माण और प्रबंधन कर रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री मंदिर निर्माण से जुड़े ‘श्रमजीवियों’ के साथ भी बातचीत करेंगे।” उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी कुबेर टीला भी जाएंगे, जहां एक प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। वह वहां पूजा करेंगे।
फूलों से सजाया गया है अयोध्या
राम मंदिर को फूलों और विशेष रोशनी से सजाया गया है और पूरा शहर धार्मिक उत्साह से सराबोर है। उपरिगामी सेतु (फ्लाईओवर) पर स्ट्रीट लाइट्स को भगवान राम की कलाकृतियों के साथ-साथ धनुष और तीर के कटआउट से सजाया गया है और सजावटी लैंपपोस्ट पारंपरिक “रामानंदी तिलक” पर आधारित डिजाइन वाले हैं। अयोध्या में जगह-जगह रामलीलाएं, भागवत कथाएं, भजन संध्याएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहे हैं। अयोध्या को फूलों से सजाया गया है। रविवार को लाउडस्पीकर पर ‘राम धुन’ बजाई गई और शहरवासी भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान के रूप में सजे हुए सड़कों पर निकले और उनके पीछे-पीछे मंत्रमुग्ध भक्त भी शामिल हुए। पुष्पों की सजावट और रोशनी में ‘जय श्री राम’ का चित्रण करने वाले औपचारिक द्वार शहर की आभा को बढ़ा रहे हैं।