इंदौर। राम, सियाराम, रामलला, जय श्रीराम… इस समय हर जगह केवल प्रभु राम के ऐसे जयकारे सुनने और देखने को मिल रहे हैं। वैसे तो चूल्हा न जलना शोक का प्रतीक माना जाता है, लेकिन शनिवार से सोमवार तक निपानिया स्थित बालाजी स्काइज में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में करीब 500 फ्लैट्स में तीन दिन से भोजन नहीं बना। इसका कारण पूरी सोसायटी के लिए एक ही जगह भोजन बनना रहा। करीब 1200 रहवासियों ने तीनों दिन तीनों समय एक साथ भोजन किया और राम भक्ति में लीन रहे। यह सोसायटी अयोध्या का रूप ले चुकी थी।