Ranchi: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने हेमंत सरकार पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि जेएमएम, कांग्रेस और राजद की सरकार चल रही है। इस सरकार का नाता भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है।
“किस प्रकार ये लोग BJP पर आरोप लगाते हैं”
मरांडी ने कहा कि जांच से किस प्रकार भागते हैं और किस प्रकार ये लोग बीजेपी पर आरोप लगाते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट का जजमेंट आया। 2020 में लोकपाल को लेकर निशिकांत दुबे ने अर्जी दाखिल किया था। भ्रष्टाचार को लेकर जांच कराने की मांग की थी। जांच को लेकर लोकपाल को लिखित में शिबू सोरेन को लेकर जांच कराने की मांग की थी। इनके परिवार के लोगों से जांच पड़ताल किया था। इन्होंने जांच को रोकने को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर किया। लोकपाल को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर किया, लेकिन वहां भी खारिज किया गया। मामले को लटकाने की कोशिश किया गया। मरांडी ने कहा कि घर में जब ईडी पहुंचती है तो सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया जाता है। अब उनके ही ऊपर मामला दर्ज कर दिया गया। मरांडी ने कहा कि जब धारा 144 लगी थी तो फिर जेएमएम कार्यकर्ता तीर धनुष लेकर पहुंच गए। साथ ही सीएम हेमंत सोरेन कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए बाहर निकल आए। बोनेट पर सभा को संबोधित किया।
“कायदे से तो CM के ऊपर FIR होनी चाहिए”
मरांडी ने कहा कि कायदे से तो सीएम के ऊपर एफआईआर होनी चाहिए। मरांडी ने कहा कि जब तक एक- एक भ्रष्टाचारियों को जेल नहीं पहुंचा देंगे तब तक उनके खिलाफ अभियान जारी रहेगा। उनको सजा दिलाने तक बीजेपी आंदोलन करते रहेगी। उनका जगह होटवार जेल में हैं। मरांडी ने कहा कि अदालत का अच्छा जजमेंट आया है। भ्रष्टाचार को लेकर अदालत ने सही फैसला सुनाया। उन्होंने कहा कि जांच में बाधा नहीं डालना चाहिए जब आप गड़बड़ी नहीं किए हैं तो डर किस बात का। इधर- उधर जितना भागेंगे उतना ही वह मकड़े की जाल की तरह फंस जाएंगे। मरांडी ने कहा कि जेएमएम वाले तो ऐसे ही अनाप- शनाप आरोप लगाते रहते हैं। सीआरपीएफ जवान को नहीं बुलाया होता तो इनकी मंशा अलग थी। वह चाहते ही थे परिस्थितियां पैदा हो, तीर धनुष लेकर बुलाने की क्या जरूरत थी। गांव से लोगों को तीर धनुष लेकर क्यों बुलाया उनकी मंशा साफ-साफ नजर आती है।