Breaking
भारत को समझना है तो यहां के अध्यात्म को समझना होगा…ISKCON मंदिर के उद्घाटन में बोले PM मोदी मशरूम की खेती से बदली महिला की किस्मत… बेटे को बनाया इंजीनियर, रोज कमा रही हजारों रुपये, 500 महिलाओं... दिल्ली-NCR में फिर लौटा पाबंदियों का दौर, ग्रैप-4 लागू; जानें क्या-क्या रहेगा बंद और खुला शीशमहल को लेकर कथनी-करनी में फर्क पर क्या बोलीं आतिशी? ED-CBI पर कह दी ये बात पक्की सड़क के इंतजार में महेश्वारा की जनता यमुना एक्सप्रेस-वे पर बढ़ीं सुविधाएं, मौत की खबरों पर लग गया विराम; आंकड़े कह रहे हैं कहानी कांग्रेस के पुराने मुस्लिम चेहरे नदारद, दिल्ली के बदले हुए माहौल में कैसे मुसलमानों का दिल जीतेगी? बिहार में दही-चूड़ा के बहाने बदल रही सियासी फिजा, पशुपति पारस के घर पहुंचे लालू यादव मोहन भागवत पर बोलते-बोलते इंडियन स्टेट पर बोल गए राहुल, BJP का पलटवार कांग्रेस ने कैसे बदला अपने मुख्यालय का पता…नहीं तो होता दीन दयाल उपाध्याय मार्ग

AAP गठबंधन के साथ या बाहर, आखिर कंफ्यूजन क्या है?

Whats App

पंजाब में कांग्रेस की दाल गलती नजर नहीं आ रही है, आम आदमी पार्टी के नेता संदीप पाठक के हालिया बयान से एक बार फिर ये साफ हो गया कि यहां पर शीट शेयरिंग मुद्दे पर सहमति बनाने के लिए कांग्रेस को अतिरिक्त जोर लगाना होगा. संदीप पाठक ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. शीर्ष लीडरशिप ही इस बारे में फैसला लेगी.

पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेता गठबंधन को लेकर अलग-अलग बयान देते रहे हैं. दोनों ही पार्टी के लीडर अलग-अलग चुनाव लड़ने का भी दावा कर चुके हैं. हाल ही में पंजाब सीएम भगवंत मान के पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटें जीतने के बयान के बाद आम आदमी पार्टी के सांसद और संगठन महासचिव संदीप पाठक ने इस बारे में स्पष्टीकरण दिया है.

सीट शेयरिंग में हो रही देरी

Whats App

इंडिया गठबंधन के दलों के बीच सीट शेयरिंग के लिए अभी तक सहमति नहीं बन सकी है. कई बारत तारीख तय किए जाने के बाद ऐसा न हो पाना बड़ी कमजोरी माना जा रहा है. अब आम आदमी पार्टी ने भी माना है कि सीट शेयरिंग पर फैसला करने में देरी हो रही है. जल्द ही कांग्रेस के साथ बैठक कर सीटों का बंटवारा तय करना होगा.

बंगाल में भी फंसा है पेंच

बंगाल में भी सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर पेंच फंसा है. बुधवार को ममता बनर्जी ने एक बार फिर ये ऐलान किया कि वह चुनाव अकेले ही लड़ेंगी. कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल का प्रयास किया और जयराम रमेश ने यहां तक कहा कि ममता के बिना गठबंधन की कल्पना मुश्किल है. दरअसल बंगाल में पेंच सीटों पर ही फंसा है. बंगाल की 42 सीटों में से 20 पर टीएमसी काबिज है. यहां कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटें मिली हैं. ममता कांग्रेस को सिर्फ यही दो सीटें देने के लिए तैयार है, जबकि कांग्रेस यहां सात सीटें मांग रही है, जिसे ममता बनर्जी मानने को तैयार नहीं हैं.

भारत को समझना है तो यहां के अध्यात्म को समझना होगा…ISKCON मंदिर के उद्घाटन में बोले PM मोदी     |     मशरूम की खेती से बदली महिला की किस्मत… बेटे को बनाया इंजीनियर, रोज कमा रही हजारों रुपये, 500 महिलाओं को दे रही ट्रेनिंग     |     दिल्ली-NCR में फिर लौटा पाबंदियों का दौर, ग्रैप-4 लागू; जानें क्या-क्या रहेगा बंद और खुला     |     शीशमहल को लेकर कथनी-करनी में फर्क पर क्या बोलीं आतिशी? ED-CBI पर कह दी ये बात     |     पक्की सड़क के इंतजार में महेश्वारा की जनता     |     यमुना एक्सप्रेस-वे पर बढ़ीं सुविधाएं, मौत की खबरों पर लग गया विराम; आंकड़े कह रहे हैं कहानी     |     कांग्रेस के पुराने मुस्लिम चेहरे नदारद, दिल्ली के बदले हुए माहौल में कैसे मुसलमानों का दिल जीतेगी?     |     बिहार में दही-चूड़ा के बहाने बदल रही सियासी फिजा, पशुपति पारस के घर पहुंचे लालू यादव     |     मोहन भागवत पर बोलते-बोलते इंडियन स्टेट पर बोल गए राहुल, BJP का पलटवार     |     कांग्रेस ने कैसे बदला अपने मुख्यालय का पता…नहीं तो होता दीन दयाल उपाध्याय मार्ग     |