“न हम पीड़ित पक्ष, न आरोपी पक्ष” फिर भी खुले आसमान के नीचे रहने को क्यों मजबूर किसान, जानें क्या है पूरा मामला
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के बहुचर्चित सरपंच विक्रम रावत हत्याकांड को लेकर अब मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। विक्रम रावत की जब हत्या हुई थी तो गांव में जमकर उत्पाद हुआ था। लगभग 46 से ज्यादा गांव मकान तोड़ दिए गए थे, 9 ट्रैक्टरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। किसानों की बोरिंग को नष्ट कर दिया गया था।
इस मामले में अब वहीं किसान कलेक्ट्रेट पर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। उनका कहना है कि उनका कोई दोष नहीं था, ना वह पीड़ित पक्ष की तरफ से है, ना आरोपी पक्ष से है। बावजूद इसके वह खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। अब वह मुआवजे की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं।