‘मोदी सरकार ने अंतरिम बजट में भी पूरी ईमानदारी से चार झूठ बोले हैं’! अंतरिम बजट पर बोले पीसीसी चीफ जीतू पटवारी
भोपाल। नई संसद में बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में अंतरिम बजट पेश किया। इस बजट में तीन-महीने तक खर्च होने वाली राशि का लेखा-जोखा है। वहीं, अंतरिम बजट पेश होने के बाद अब सभी नेताओं और मंत्रियों का प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। इसी बीच केंद्र सरकार के अंतरिम बजट पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की X पर प्रतिक्रिया सामने आई, जिसमें उन्होंने कहा, कि मोदी सरकार ने अंतरिम बजट में भी पूरी ईमानदारी से चार झूठ बोले हैं! 01. आर्थिक झूठ 02. सामाजिक झूठ 03. राजनीतिक झूठ 04. नैतिक झूठ।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली केंद्र सरकार दावा कर रही है कि 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला! यह भाजपा का वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा “आर्थिक झूठ” है। क्योंकि, मैं जिस देश में रहता और लोगों से मिलता हूं वहां गरीबों की परिभाषा अलग है! और, भाजपा के सरकारी कागजों में गरीब की उपस्थिति अलग तरह से दिखाई और दर्शायी जा रही है।
मेरे #मध्यप्रदेश में ही “लाड़ली बहना योजना” में ₹3000 प्रतिमाह देने का दावा कर, वादे से मुकरने वाली @BJP4MP यदि करीब एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का दावा कर रही है, तो इसे भी मैं वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा “सामाजिक झूठ” कहूंगा। सच्चाई यह है कि पिछले 45 सालों में देश में सबसे अधिक बेरोजगारी है। लेकिन, झूठ के पांवों पर दौड़ने वाली @BJP4India सरकार का दावा है कि 54 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। हर साल 2 करोड़ नौकरी के झूठ को देश को युवा पहचानता है, इसलिए भाजपा के असली चेहरे और चरित्र को भी अब बखूबी जानता है। इसे भी मैं वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा “राजनीतिक झूठ” कहूंगा!
जीतू पटवारी ने मोदी सरकार ने #किसानों की आय दोगुनी करने का ढोल इतना पीटा कि वह फट गया! लेकिन, नैतिकता के नाम पर ‘तीन काले क़ानून’ जैसी अनैतिक नीतियां बनाने वाली #BJP अब उस फटे हुए ढोल को भी जोर-जोर से बजा रही है! गरीबी में फंसा, महंगाई से लड़ता, कर्ज में डूबा किसान इस बात को जानता है कि आय तो दोगुनी नहीं हुई, लागत जरूर चार गुना बढ़ गई है। लेकिन, फिर केंद्रीय वित्त मंत्री की बजट-बुक कह रही है कि पीएम किसान योजना से 11.8 करोड़ लोगों को आर्थिक मदद मिली है. इसे भी मैं वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा “नैतिक झूठ” कहूंगा!