बिहार की सियासत में बीते दिनों बड़ा उलटफेर होने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने फिर से एनडीए का दामन थामते हुए सीएम पद की शपथ ली और फिर से बिहार की सत्ता पर काबिज हो गए. सीएम पद पर वापसी करने के बाद आज बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार का मामला आखिरकार सुलझ ही गया. जेडीयू, ‘हम’ और बीजेपी के बीच सीट बंटवारे को लेकर घोषणा हुई.
बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद से सब की निगाहें इस बात पर टिकी थीं कि अब मंत्रिमंडल में किसके पास कौन सा मंत्रालय जाता है. अब यह बात साफ हो गई है. आज मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ. इस विस्तार के बाद सीएम नीतीश ने अपने पास कुल पांच मंत्रालय रखे हैं जबकि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को 9-9 विभाग दिए गए हैं.
किसके पास कौन सा विभाग
सीएम नीतीश और डीप्टी सीएम के विभागों के अलावा इस बंटवारे में बीजेपी के पास 23 विभाग रहेंगे. 19 विभाग जेडीयू के पास, दो विभाग ‘हम’ के पास और एक विभाग निर्दलीय विधायक के पास रहेगा. सीएम के विभागों की बात करें तो नीतीश कुमार ने अपने पास गृह, निर्वाचन, मंत्रिमंडल सचिवालय और निगरानी जैसे विभाग रखे हैं. तो वहीं दूसरी ओर डीप्टी सीएम सम्राट चौधरी के पास वित्त, वाणिज्य कर, स्वास्थ्य, खेल, उद्योग, पशु एवं मत्स्य जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय हैं. बात करें बिहार के दूसरे डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा की तो उनके पास कृषि, गन्ना उद्योग, कला संस्कृति, लोक स्वास्थ्य, लघु जल संस्थान और खान एवं भूत्तव मंत्रालय है.
विजय चौधरी बने शिक्षा मंत्री
इनके अलावा जनता दल के विजय कुमार चौधरी को शिक्षा मंत्रालय का भार सौंपा गया है. साथ ही जनता दल नेता के पास जल संसाधन, भवन निर्माण, परिवहन, सूचना और जन-सम्पर्क विभागों की भी जिम्मेदारी है. उर्जा, योजना और विकास, अल्पसंख्यक कल्याण जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई है जनता दल के बिजेंद्र प्रसाद यादव को. सहकारिता, पिछड़ा-अति पिछड़ा कल्याण, आपदा प्रबंधन डॉ. प्रेम कुमार को दिया गया है. ग्रामीण विकास, जन कल्याण और खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण का मंत्रिमंडल संभालेंगे श्रवण कुमार. इनके अलावा अनुसूचित जनजाती कल्याण विभाग का दारोमदार संभालेंगे संतोष कुमार और विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा का जिम्मा है सुमित कुमार सिंह के पास.