राष्ट्रीय लोकदल (RLD) नेता जयंत चौधरी के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन की खबरें सामने आ रही हैं। पार्टी के स्पोक्सपर्सन पवन आगरी ने भी बीजेपी के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि जो भी किसानों के हित में बात करेगा हम उसका साथ देंगे।
12 सीटों की है तैयारी
राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के राष्ट्रीय स्पोक्सपर्सन पवन आगरी ने कहा, ‘यह चुनावी साल है, कई पार्टियां हमारे साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं। क्योंकि हमारा राष्ट्रीय वजूद है और हमारे पास 9 विधायक हैं। निश्चित तौर पर कई दल से जुड़ने की इच्छा करते हैं। बीजेपी ने पिछली बार भी गठबंधन की पेशकश की थी और इस बार भी वे पेशकश की जारी है। वे 4 सीटों की बात कर रहे हैं लेकिन हमने 12 लोकसभा सीटों पर तैयारी कर ली है। यह अब हम तय करेंगे कि हमें किसके साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ना है और किसके साथ नहीं।
पवन आगरी ने आगे कहा, ‘जो पार्टी जनता और किसानों के हित में होगी और हमारी मांगों पर सहमत होगी हम उनके साथ ही गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे।’ हमारी तो यही है कि जो हमारा वजूद है और जिनके लिए हमने संघर्ष किया है चाहे वो कामगार हैं, हमारे युवा लोग हैं या बेरोजगार लोग हैं.. ऐसे बहुत सारे मुद्दे हैं जिन्हें लेकर हमने अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी किया था और जो भी उन मांगों पर सहमत होगा, हम उनके साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।’
बीजेपी फैला रही है भ्रम ?
इससे पहले समाजवादी पार्टी (SP) के महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने इसे भाजपा की ओर से फैलाया गया भ्रम करार देते हुए कहा कि चौधरी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) का हिस्सा बने रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम जयंत को जानते हैं। वह धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं। वह ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेंगे और भाजपा को हराएंगे।’ वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जयंत चौधरी उत्तर प्रदेश की ‘खुशहाली’ के लिए चल रहे उनके संघर्ष को कमजोर नहीं होने देंगे। इसी बीच ऐसी भी चर्चा सामने आ रही है कि अगर बीजेपी और RLD के बीच सहमति बनती है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रैली में शामिल हो सकते हैं। हाल के दिनों में चौधरी की संसद से अनुपस्थिति भी इसी और इशारा कर रही है।
RLD और 9 विधायक
बता दें कि जाट मतदाता मुख्य रूप से RLP का मुख्य वोटर्स रहे हैं। जाट बहुल लोकसभा क्षेत्रों में मुजफ्फरनगर, कैराना, बिजनौर, मथुरा, बागपत, अमरोहा और मेरठ शामिल हैं, जहां से RLD के चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि दोनों दलों ने वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था तब समाजवादी पार्टी ने 111 सीटें जीती थीं, जबकि RLD को केवल 9 सीटें ही मिली थीं।