टाटा ग्रुप आज के समय में देश के अलग-अलग राज्यों की विभिन्न परियोजनाओं में निवेश कर रही है. ग्रुप की कोशिश समूह के विकास के साथ-साथ देश की ग्रोथ में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है. इस संबंध में उसने 2,300 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव दिया है. कर्नाटक की राज्य सरकार ने सोमवार को कहा कि टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया और हवाई जहाज के हिस्से बनाने वाली टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स राज्य में निवेश करने जा रही है. इससे 1,650 लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे.
ये है पूरी डील
साइन हुए MOU के अनुसार, ग्रुप का लक्ष्य बेंगलुरु हवाई अड्डे पर रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) सुविधा स्थापित करना है, जबकि टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स राज्य में मैन्युफैक्चरिंग और आर एंड डी सेंटर स्थापित करना है. टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स यूरोपीय विमान निर्माता एयरबस के A320neo फैमिली के विमानों के लिए कार्गो और बल्क कार्गो के दरवाजे बनाती है.
इसपर सरकार का विशेष ध्यान
एयर इंडिया परियोजना में 1,300 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है, जबकि टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स का टार्गेट 1,030 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाएं शुरू करना है, जिसमें 420 करोड़ रुपये की मालवाहक विमान सुविधा, 310 करोड़ रुपये की बंदूक निर्माण सुविधा और एक एयरोस्पेस और डिफेंस सिस्टम शामिल है. मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 300 करोड़ रुपये का आर एंड डी सेंटर बनाया जा रहा है. जहां एयर इंडिया परियोजना से 1,200 लोगों के लिए डायरेक्ट तौर पर रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है, वहीं टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स परियोजनाओं से 450 लोगों को नए मौके मिल सकते हैं.
इनडायरेक्ट तरीके से मिलेंगे इतने मौके
एमओयू में नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) के एक अध्ययन का हवाला दिया गया है जिसमें हब निर्माण के कारण पैसेंजर ट्रांसपोर्टेशन में प्रति वर्ष 8 मिलियन यात्रियों की वृद्धि की उम्मीद है. इससे 25,000-26,00 लोगों को इनडायरेक्ट तरीके से रोजगार मिलने की उम्मीद है.