अमेरिकी सेंट्रल बैंक की ओर साफ कर दिया है कि पॉलिसी रेट में अभी कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिलने वाला है. आम लोगों को ब्याज दरों में कटौती के लिए अभी और वेट करना पड़ सकता है. जिसकी वजह से डॉलर इंडेक्स में तेजी देखने को मिली और कच्चे तेल की कीमत में गिरावट देखने को मिली. खाड़ी देशों के तेल के अलावा अमेरिकी तेल की कीमत में भी गिरावट देखने को मिली है. खबर है कि अमेरिकी ऑयल इंवेंट्रीज में भी इजाफा देखने को मिला है. जिसका भी ऑयल की कीमत में असर देखने को मिला है. वैसे मिडिल ईस्ट टेंशन अभी खत्म नहीं हुआ है. लेकिन फेड और इंवेंट्रीज जैसे दो ट्रिगर आने के बाद कच्चे तेल की कीमत में गिरावट देखने को मिली है.
वहीं दूसरी ओर भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई असर देखने को नहीं मिला है. करीब दो साल के बाद भी फ्यूल के दाम फ्रीज है. आखिरी बार ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से अप्रैल और डीजल के दाम में बदलाव किया था. वहीं मई 2022 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल के दाम में टैक्स कम राहत देने की कोशिश की थी. उसके बाद से कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. तब से कच्चे तेल की कीमत में कच्चे तेल के दाम में 40 से 50 फीसदी के बीच गिरावट देखने को मिल चुकी है.
मौजूदा वित्त वर्ष के शुरुआती 9 महीनों में ऑयल कंपनियों का मुनाफा 69 हजार करोड़ रुपए पहुंच चुका है. जिसके मौजूदा वित्त वर्ष में 90 हजार करोड़ रुपए के पार करने के आसार हैं. उसके बाद भी फ्यूल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में कच्चे तेल की कीमत कितनी हो गई है. साथ ही आम लोगों को पेट्रोल और डीजल के दाम कितने चुकाने होंगे.
कच्चे तेल की कीमत
शुक्रवार को इंटरनेशनल मार्केट बंद होने तक कच्चे तेल की कीमत में ढाई फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. खाड़ी देशों का कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड 2.45 फीसदी यानी 2 डॉलर प्रति प्रति बैरल से ज्यादा की गिरावट के साथ 81.62 डॉलर प्रति बैरल पर था. वैसे 12 कारोबारी दिनों से ब्रेंट क्रूड ऑयल 80 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा पर कारोबार कर रहा है. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत में भी गिरावट देखने को मिली है. अमेरिकी इंवेट्रीज में इजाफा होने की वजह से डब्ल्यूटीआई की कीमत में 2.70 फीसदी यानी 2.12 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट देखने को मिली है. जिसके बाद दाम 76.49 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए हैं. जानकारों की मानें तो कच्चे तेल की कीमत में और गिरावट देखने को मिल सकती है.
कब से फ्रीज हैं फ्यूल के दाम
वहीं दूसरी ओर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश के महानगरों में आखिरी बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में 21 मई 2022 के दिन बदलाव देखने को मिला था. उस वक्त देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में टैक्स को कम किया था. उसके बाद कुछ प्रदेशों ने वैट को कम या बढ़ाकर कीमतों को प्रभावित करने का प्रयास किया था. दिलचस्प बात ये है कि जब से देश में इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमत में रोज बदलाव होने की शुरुआत हुई है, तब से यह पहला मौका है जब पेट्रोलियम कंपनियों ने रिकॉर्ड टाइमलाइन के दौरान कोई बदलाव नहीं किया है.
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत
- नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 96.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.62 रुपए प्रति लीटर
- कोलकाता: पेट्रोल रेट: 106.03 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.76 रुपए प्रति लीटर
- मुंबई: पेट्रोल रेट: 106.31 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.27 रुपए प्रति लीटर
- चेन्नई: पेट्रोल रेट: 102.63 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटर
- बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 101.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.89 रुपए प्रति लीटर
- चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 96.20 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 84.26 रुपए प्रति लीटर
- गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 97.18 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.05 रुपए प्रति लीटर
- लखनऊ: पेट्रोल रेट: 96.57 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.76 रुपए प्रति लीटर
- नोएडा: पेट्रोल रेट: 96.79 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.96 रुपए प्रति लीटर