भारतीय क्रिकेट टीम ने रांची के झारखंड क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को हरा दिया. टीम इंडिया ने ये मैच पांच विकेट से अपने नाम किया. इसी के साथ भारत ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 की बढ़त ले ली है. इंग्लैंड ने इस सीरीज का पहला मैच अपने नाम किया था. दूसरे मैच में इंग्लैंड ने टीम इंडिया को टक्कर भी दी थी लेकिन तीसरे और चौथे मैच में इंग्लैंड की टीम भारत को ज्यादा टक्कर नहीं दे पाई और दोनों मैच हार गई. रांची में इंग्लैंड की बैजबॉल की बुरी तरह से हवा निकल गई. चौथे दिन ही भारत को जीत मिल गई. इस हार के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने रोना शुरू कर दिया है और हार के बहाने बना रहे हैं. हैरानी की बात है कि स्टोक्स ने इस हार का जिम्मेदार एक तरह से अपने युवा खिलाड़ियों को ठहराया है.
इंग्लैंड ने इस मैच में पहली पारी में 353 रन बनाए. टीम इंडिया अपनी पहली पारी में 307 रनों पर ढेर हो गई. यहां लगा कि इंग्लैंड की टीम जीत हासिल कर लेगी लेकिन दूसरी पारी में इंग्लैंड की बैजबॉल की हवा निकल गई और ये टीम सिर्फ 145 रनों पर ही ढेर हो गई. भारत को फिर 192 रनों का टारगेट मिला जिसे भारत ने चौथे दिन सोमवार को पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया.
अनुभव की कमी खली
रोहित ने जीत के बाद जहां अपनी युवा बिग्रेड की तारीफ की वहीं स्टोक्स का बयान देखा जाए तो ये साफ लग रहा है कि वह हार की जिम्मेदारी लेने के बजाए युवा खिलाड़ियों को बलि का बकरा बनाना चाहते हैं. मैच के बाद स्टोक्स ने कहा कि ये मैच शानदार था. उन्होंने कहा कि स्कोरकार्ड में भारत पांच विकेट से जीता है लेकिन ये इस मैच की काफी सारी चीजें नहीं बताता है. स्टोक्स ने कहा कि उन्हें अपनी टीम पर गर्व है. इंग्लैंड के कप्तान ने कहा कि उनके पास कम अनुभवी स्पिनर थे, जिसका नुकसान उन्हें हुआ. स्टोक्स ने कहा कि ये लोग भारत बिना ज्यादा एक्सपोजर के आए थे और जिस तरह से उन्होंने गेंदबाजी कि उसे देख उनसे कुछ और ज्यादा नहीं मांगा जा सकता. स्टोक्स ने कहा कि फिर उन्हें अपने खिलाड़ियों पर गर्व है.
बैजबॉल हुई फेल
देखा जाए तो स्टोक्स अपने स्पिनरों के कम अनुभव का रोना रो रहे हैं लेकिन उनके स्पिनरों ने इस सीरीज में काफी बेहतर खेल दिखाया है. जो थोड़ी बहुत टक्कर इंग्लैंड की टीम दे पाई है वो अपने स्पिनरों के दम पर दे पाई है. इंग्लैंड की बल्लेबाजी ने काफी निराश किया है. इंग्लैंड की बैजबॉल क्रिकेट पूरी तरह से फेल रही है. जो रूट ने इस मैच में शतक जमाया था लेकिन उनकी बल्लेबाजी पर गौर किया जाए तो ये उन्होंने ये पारी बैजबॉल को परे रखकर खेली थी.