मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के एक साल: अरविंद केजरीवाल पहुंचे राजघाट, महात्मा गांधी को अर्पित किया श्रद्धा सुमन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सोमवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के एक साल पूरे होने पर राजघाट पहुंचे. बता दें कि मनीष सिसौदिया को दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में 26 फरवरी, 2023 को गिरफ्तार किया गया था. अरविंद केजरीवाल के साथ राजघाट जाने वालों में आतिशी, सौरभ भारद्वाज और दुर्गेश पाठक भी शामिल थे.
केजरीवाल ने कहा कि पिछले साल आज के ही दिन उनके योग्य शिक्षा मंत्री को झूठे मामले में अरेस्ट किया गया था. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सिसोदिया ही थे जिन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया था.
केजरीवाल ने दावा किया, मनीष सिसोदिया जैसे नेता को झूठे मामले में फंसा दिया गया. अगर वह बीजेपी में शामिल हो गए होते तो उनके खिलाफ मामले वापस ले लिए गए होते.” उन्होंने कहा, ”लेकिन सिसौदिया ने सच्चाई का रास्ता नहीं छोड़ने का फैसला किया.”
झूठे मामले में फंसाने का लगाया आरोप
बता दें कि आम आदमी पार्टी का आरोप है कि मनीष सिसोदिया और पार्टी नेताओं को झूठे मामले में फंसाया गया है और केंद्र सरकार ने आम आदमी पार्टी नेताओं को राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित होकर काम कर रही है.
दूसरी ओर, प्रवर्तन निदेशालय से सातवां समन मिलने के बाद भी अरविंद केजरीवाल आज प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए. आप पार्टी के सूत्रों ने जानकारी दी, “मामला कोर्ट में है और अगली सुनवाई 16 मार्च को है. हम ‘इंडिया’ गठबंधन नहीं छोड़ेंगे. ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए 22 फरवरी को सातवां समन जारी किया था.
आप ने केजरीवाल को समन भेजने के बताया है राजनीति प्रेरित
इससे पहले, एजेंसी (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 14 फरवरी को छठा समन जारी किया था, जिसमें दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021-22 में अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था और अरविंद केजरीवाल से 19 फरवरी को जांच में शामिल होकर सहयोग करने का आग्रह किया था.
अरविंद केजरीवाल ने इन समन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा था कि वह सहयोग करने के लिए तैयार हैं. ईडी द्वारा 19 फरवरी, 2 फरवरी, 18 जनवरी, 3 जनवरी, 2 नवंबर और 22 दिसंबर को समन जारी किया गया था.