आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा यानी एलईटी का खुफिया प्रमुख आजम चीमा की पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. ऐसा मीडिया रिपोर्टों में शनिवार 2 मार्च को कहा गया है. आजम चीमा की उम्र 70 साल की थी और वो 2008 में भारतीय शहर मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमलों का मुख्य साजिशकर्ता था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीमा का अंतिम संस्कार फैसलाबाद के मलखानवाला में किया गया. उसकी मौत की खबर पिछले साल नवंबर में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में अज्ञात लोगों की तरफ से एक लश्कर कमांडर की हत्या के कुछ महीने बाद आई है. हाल के महीनों में आतंकवादी संगठन को चलाने वाले कई सदस्यों की रहस्यमय हत्याएं हुई हैं.
कौन था आजम चीमा
आजम चीमा 2006 में मुंबई में हुए ट्रेन बम धमाकों में भी शामिल था. चीमा संयुक्त राज्य अमेरिका की उन वांटेड लिस्ट में शामिल था जिसने 26/11 के हमले को अंजाम देने के लिए आंतकवादियों को ट्रेनिंग दी थी. मुंबई हमले में166 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक अन्य घायल हो गए थे. इसे हमले को 10 आतंकियों ने मिलकर अंजाम दिया था. मरने वालों में भारतीय लोगों के अलावा अमेरिका और ब्रिटेन के नागरिक भी शामिल थे. 2010 में अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने लश्कर के वित्तीय नेटवर्क को निशाना बनाया था और चीमा के खिलाफ कार्रवाई की. विभाग के एक बयान में कहा गया है कि चीमा लश्कर की प्रशिक्षण गतिविधियों में शामिल था, विशेष रूप से बम बनाने और भारत में घुसपैठ करने के लिए आवश्यक कौशल की ट्रेनिंग देना शामिल था.
पाकिस्तान ने भारतीय एजेंसियों पर लगाए हैं आरोप
सितंबर 2023 में, मुहम्मद रियाज़, जिसे अबू कासिम कश्मीरी के नाम से भी जाना जाता है, उसकी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के रावलकोट में एक मस्जिद में एक अज्ञात व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. रियाज़ को लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े चैरिटी संगठन जमात-उद-दावा से जुड़ा माना जाता है. पाकिस्तान ने भारतीय एजेंसियों पर कई गुर्गों की हत्याओं के पीछे होने का आरोप लगाया है. पाकिस्तान ने 2022 में भारत पर 2021 में लश्कर-ए-तैयबा के सह-संस्थापक हाफिज सईद के आवास के पास बमबारी कराने का आरोप लगाया था. हालांकि इन सभी आरोपों को नई दिल्ली ने खारिज किया था.