एक तरफ शेयर बाजार में तेजी देखने को मिल रही है. तो वहीं दूसरी ओर सोना में नई ऊंचाईयां छू रहा है. अमूमन ऐसा कम ही देखा जाता है. मंगलवार के कारोबारी सत्र में भी सोना 64000 के पार कारोबार करता दिख रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में भी सोने की तेजी जारी रह सकती है. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि बाजार के जानकार मान रहे हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद सोने की कीमतें 70 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक जा सकती हैं.
बाजार के जानकारों के मुताबिक सोने में आने वाली तेजी के दो अहम कारण हो सकते है. एक देश में स्थिर सरकार. दूसरा अमेरिकी फेडरल रिजर्व. आइए जानते हैं कि कैसे ये दो कारण मिलकर सोने को नई उंचाईयों पर लेकर जा सकते हैं.जानकारों की मानें तो 1 मई को अमेरिकी बैंक ब्याज दरों में बड़ी कटौती कर सकता है. जिसका संकेत फेड चीफ के भाषण में साफ देखा जा सकता है.
दरीबा ज्वैलर्स एसोशिएशन के वाइस प्रेसीडेंट तरुण गुप्ता के मुताबिक आने वाले दिनों में देश की जीडीपी और महंगाई आंकड़ें और भी बेहतर देखने को मिलेंगे. जिसका असर भी गोल्ड के दाम में देखने को मिलेगा. वहीं दूसरी ओर मई के महीने में अक्षय तृतीया भी होगी. इस दौरान डिमांड ज्यादा होती है. ऐसे में गोल्ड के दाम भी बढ़ेंगे. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर गोल्ड की कीमत 70 हजार रुपए के लेवल पर कैसे पहुंच सकते हैं.
गोल्ड अबकी बार 70 हजार के पार!
ये कोई नारा नहीं है. मई के महीने में गोल्ड के दाम 70 हजार रुपए के लेवल पर पहुंच सकते हैं. इसका मतलब है कि गोल्ड के दाम में मौजूदा लेवल से 5400 रुपए तक का इजाफा देखने को मिल सकता है. अगले तीन महीनों में गोल्ड के दाम में 8 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिल सकता है. मौजूदा समय में गोल्ड के दाम 64500 रुपए प्रति दस ग्राम देखने को मिल रहे हैं. मौजूदा साल में गोल्ड की कीमत में 1.6 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है. बीते दो महीनों में गोल्ड में जितनी होनी चाहिए थी, वो अभी तक देखने को नहीं मिली है.
क्या है सबसे बड़ा कारण
गोल्ड के दाम में इजाफे का सबसे बड़ा कारण फेड की ओर से अनुमानित कटौती को बताया जा रहा है. जिसके तारीख की घोषणा फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल गुरुवार को अपनी स्पीच में कर सकते हैं. जानकारों की मानें तो स्पीच में जेरोम पॉवेल ब्याज दरों में कटौती की डेट 1 मई फाइनल कर सकते हैं. इसी ट्रिगर की वजह से गोल्ड के दाम में तेजी देखने को मिल रही है. आने वाले दिनों में यही ट्रिगर जारी रह सकता है. जिसकी वजह से अगले दो हफ्तों में गोल्ड की कीमत 65,500 का लेवल भी पकड़ सकती है.
स्टेबल सरकार की उम्मीद
मई के महीने में गोल्ड के दाम 70 हजार जाने की उम्मीद की जा रही है. जब देश में नई सरकार भी बन चुकी होगी. जिसके स्टेबल होने की उम्मीद की जा रही है. जानकारों की मानें तो स्टेबल सरकार और इकोनॉमिक डाटा दोनों ही आने वाले महीनों में बेहतर आने की उम्मीद है. अप्रैल और मई के महीने में ही वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के डाटा जारी होंगे. साथ महंगाई के आंकड़ें भी बेहतर आने की संभावना है. जिसका असर आने वाले दिनों में भी देखने को मिल सकती है.
अक्षय तृतीया में बढ़ेगी डिमांड
वहीं दूसरी ओर अक्षय तृतीया के मौके पर भी भारत में गोल्ड की डिमांड में इजाफा देखने को मिलता है. जिसकी वजह से सोने के दाम में और भी तेजी देखने को मिल सकती है. जानकारों की मानें तो अक्षय तृतीया के मौके पर गोल्ड के दाम 70 हजार रुपए टच सकते हैं. इसके अलावा अभी तक जियो पॉलिटिकल टेंशन कम नहीं हुई है. इसका असर भी गोल्ड के दाम में देखा जाएगा. साथ ही सेंट्रल बैंकों की ओर से खरीदारी और ज्यादा बढ़ने की संभावना है जिसकी वजह से गोल्ड की कीमत में तेजी आएगी.
गोल्ड के दाम ने बनाया नया रिकॉर्ड
मंगलवार को एक बार फिर से गोल्ड के दाम ने नया रिकॉर्ड कायम कर लिया है. मंगलवार को 64,779 रुपए के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया है. एक दिन पहले सोमवार को सोने की कीमत 64,576 रुपए पर पहुंचा था.वैसे आज सुबह गोल्ड की कीमत में मामूली गिरावट देखने को मिली थी. सुबह 9 बजे सोने की कीमत 64,331 रुपए पर थी. अगर बात मौजूदा समय की करें तो 64,749 रुपए प्रति दस ग्राम पर कारोबार कर रहा है. अनुमान लगाया जा रहा है कि आज कारोबार बंद होने से गोल्ड की कीमत 65 हजार के लेवल को छू लेगा.