रमजान का पूरा महीना इस्लाम धर्म मानने वालों के लिए के लिए बेहद खास होता है. 11 मार्च को चांद के दीदार के साथ ही 12 मार्च को पहला रोजा रखा गया. इस पाक महीने के दौरान रोजेदार सुबह सहरी खाते हैं और इसके बाद बिना कुछ खाए-पिए पूरे दिन रोजा रखते हैं, इसलिए बेहद जरूरी है कि इस दौरान फिट और हेल्दी रहा जाए. रमजान के महीने में अगर रोजा रखने वाले लोग खाने से लेकर सोने और जागने तक अपने रुटीन में कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो पूरे महीने न सिर्फ फिट रहेंगे बल्कि रोजे में भी एनर्जी लो नहीं होगी.
रोजा रखने के दौरान पूरे दिन बिना पानी के रहने की वजह से डिहाइड्रेशन की वजह से एनर्जी लो हो सकती है और अगर सही रुटीन न रखा जाए तो थकान, कमजोरी होने के साथ ही आप बीमार हो सकते हैं, इसलिए अपने रुटीन को सही रखें. तो चलिए जानते हैं रमजान-ए-पाक महीने में कैसा रखें अपना रुटीन?
7-8 घंटे की नींद लेना है जरूरी
रमजान के महीने में रोजाना करीब 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद जरूर लें. इससे आपकी बॉडी को आराम मिलेगा और अगले दिन के लिए आपकी बॉडी रिचार्ज रहेगी. इस तरह से आपको रोजे में सुस्ती महसूस नहीं होगी.
लाइट एक्सरसाइज करना है जरूरी
रोजे में पूरे दिन एक्टिव रहने के लिए जरूरी है कि रोजाना सुबह कुछ वक्त एक्सरसाइज या फिर योगा के लिए निकालें. इससे आपका मूड अच्छा रहने के साथ ही नींद का पैटर्न सुधरेगा और मेटबॉलिज्म भी अच्छा रहेगा. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि इस दौरान लाइट वर्कआउट ही करें. इससे आपको पूरे महीने फिट और हेल्दी रहने में हेल्प मिलेगी. रोजे के दौरान भी कोशिश करें कि लाइट एक्टिविटी ही करें नहीं तो थकान हो सकती है.
बॉडी को रिचार्ज रखने के लिए जरूरी है हाइड्रेट रहना
रोजा में करीब 12 से 13 घंटे पानी नहीं पिया जाता है, इसलिए अपनी बॉडी को रिचार्ज करने के लिए जरूरी है कि सुबह सहरी में ऐसे फूड्स को शामिल करें जो पानी से भरपूर हो, साथ ही इस दौरान नारियल पानी पिएं ये आपको एनर्जी देगा. वहीं ज्यादा शुगर और सॉल्ट वाले फूड्स और ड्रिंक्स को अवॉइड करें.
सहरी में ये चीजें करें अवॉइड
सहरी खाने के बाद ही रोजा शुरू होता है, इसलिए सबसे पहली बात ध्यान रखें कि सहरी स्किप न करें. वहीं सहरी में मसालेदार और हैवी चीजें न खाएं, इस तरह का खाना आपके मेटाबॉलिज्म को स्लो करता है और वेट बढ़ सकता है, इसके अलावा आपको ब्लोटिंग, पेट में गैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ज्यादा हैवी खाने से दिन में सुस्ती, थकान महसूस होने लगती है.