बिहार में NDA की सीट शेयरिंग के बादनाराज पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. पशुपति पारस ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया. पशुपति पारस केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री थे. उन्होंने कहा, बहुत ईमानदारी और वफादारी से एनडीए की सेवा की. मेरे और पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई, इसलिए आज केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देता हूं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पशुपति कुमार पारस ने कहा, इस्तीफा भेज चूका हूं. बहुत ईमानदारी और वफादारी से एनडीए की सेवा की. आज भी पीएम मोदी का शुक्रगुजार हूं, मेरे और पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई, इसलिए आज केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देता हूं. पार्टी कार्यकर्तओं से बातचीत करके अगले कदम की जानकारी दूंगा. बता दें कि बिहार में NDA में सीट बंटवारे में पशुपति पारस के खाते में एक भी सीट नहीं आई है.
पशुपति पारस इस बात से भी नाराज थे कि सीट शेयरिंग की घोषणा से पहले उनसें बीजेपी के किसी बड़े नेता ने बात नहीं की, जबकि चिराग पासवान से अमित शाह और जेपी नड्डा की बात हुई. पशुपति केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद इंडिया गठबंधन के संपर्क में हैं. पशुपति आज शाम पटना पहुंचेंगे, जहां उनकी मुलाकात आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से होगी.
पशुपति पारस ने इंडिया गठबंधन से 6 सीटों की मांग की है. आरजेडी तीन सीटें देने को तैयार है. नवादा सीट को लेकर पेंच फंसा है. आरजेडी नवादा छोड़ने को तैयार नहीं है.पशुपति पारस को हाजीपुर और प्रिंस राज को समस्तीपुर से चुनाव लड़ाने के लिए सहमति बन गई है.
उपेंद्र कुशवाहा भी नाराज
उधर, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा एक ही सीट मिलने से नाराज है. कुशवाहा अपनी पार्टी के लिए दो सीट चाहते थे.वह काराकाट और सुपौल या सीतामढ़ी में से एक सीट चाहते हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी नाराजगी बीजेपी नेतृत्व को सीट शेयरिंग की घोषणा से पहले बता दी थी. कुशवाह ने नाराजगी के चलते सीट शेयरिंग की घोषणा के लिए जो प्रेस कॉन्फ्रेंस बीजेपी दफ्तर में हुई थी उसमें उन्होंने अपनी पार्टी का कोई भी प्रतिनिधि नहीं भेजा था.
बीजेपी महासचिव और पार्टी के बिहार मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े के मुताबिक, बिहार में बीजेपी 17 लोकसभा सीट और जेडीयू 16 सीट पर चुनाव लड़ेगी. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा एक सीट और जीतन राम मांझी की पार्टी हम एक सीट पर चुनाव लड़ेगी.