जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की पार्टी जाप का कांग्रेस में विलय हो गया है. बता दें कि बिहार में सीट शेयरिंग से पहले पप्पू यादव ने अपनी पार्टी को विलय करने का फैसला लिया था. पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं. बिहार में अभी तक इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है. इसको लेकर कांग्रेस और राजद में पेंच फंसा हुआ है.
जन अधिकार पार्टी और कांग्रेस के विलय के मौके पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, यह ऐतिहासिक क्षण है. उन्होंंने कहा कि इसमें देश की राजनीति और प्रदेश की राजनीति बदलने की ताकत है. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पप्पू यादव बिहार में चुनाव लड़ सकते हैं.
कन्हैया कुमार और पप्पू यादव की सीट को लेकर ‘इंडिया’ गठबंधन में बात अटक रही है. बता दें कि मंगलवार को पप्पू यादव ने RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों के बीच बिहार में बीजेपी को जीरो पर आउट करने की रणनीति पर चर्चा हुई. दरअसल, कांग्रेस पप्पू यादव को पूर्णिया से लड़ाना चाहती है, लेकिन राजद इस पर तैयार नहीं है. वहीं, कांग्रेस बेगूसराय सीट कन्हैया कुमार के लिए मांग रही है. राजद अभी तक इसके लिए भी तैयार नहीं है.
क्या है संभावित फॉर्मूला?
जानकारी के मुताबिक, आरजेडी 28, कांग्रेस 9 और वाम दल 3 सीटों पर लड़ सकते हैं. वहीं, ष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के पशुपति पारस और विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी भी इंडिया गठबन्धन के संपर्क में हैं. ऐसे में हो सकता है कि सीट शेयरिंग में थोड़ा बदलाव हो. पशुपति पारस एनडीए से बाहर हो गए हैं. ऐसे में सबकी निगाहें उनके अगले कदम पर है.
बिहार में बीजेपी को जीरो पर आउट करने पर चर्चा
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने कहा था कि बिहार में मिलकर बीजेपी को जीरो पर आउट करने की रणनीति पर चर्चा हुई. बिहार में INDIA गठबंधन की मजबूती, सीमांचल, कोसी, मिथिलांचल में 100 फीसदी सफलता लक्ष्य है.