उत्तर पश्चिम नाइजीरिया के कदुना राज्य में दो हफ्ते पहले एक स्कूल से अगवा किए गए कम से कम 300 बच्चों को अब रिहा कर दिया गया है. राज्य के गवर्नर ने रविवार को इस बात की जानकारी दी. कदुना गवर्नर ने कहा कि कुरिगा शहर से सात मार्च को 287 विद्यार्थियों को अगवा किया गया था. हालांकि उन्होंने इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी. इस सुरक्षित रिहाई के लिए उन्होंने राष्ट्रपति बोला टीनुबू का धन्यवाद जताया.
जब बच्चों के स्कूल से अगवा होने की खबरें सामने आई तो राष्ट्रपति बोला टिनुबू ने सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को निर्देश दिया कि पीड़ितों को तुरंत बचाया जाए और कड़ी कार्रवाई की जाए. उन्होंने जनता को आश्वाशन दिया कि पीड़ितों को बचाया जाएगा. बच्चों के स्कूल से अगवा होने की घटना ने नाइजीरिया की जनता को चौंका दिया था.
मांगी गयी थी इतनी फिरौती
2021 के बाद से ये सबसे बड़ी किडनैपिंग है. रिहाई के बाद कदुना के गवर्नर उबा सानी ने रविवार को एक बयान दिया. उन्होंने कहा स्कूली बच्चों को रिहा करवा लिया गया है. आगे उन्होंने कहा ये वाकई खुशी का दिन है. फिरौती अदा करने की आखिरी तारीख के पहले ही सभी को छुड़ा लिया गया है. बच्चों की रिहाई के लिए $690,000 (€635,000) की फिरौती की मांग की गयी थी. नाइजीरिया में किडनैपिंग के लिए आमतौर पर फिरौती दी जाती है.
अपहरणकर्ताओं को पैसे सौंपने पर प्रतिबंध
नाइजीरिया में कई ऐसे गिरोह हैं जो उत्तर पश्चिम और उत्तर मध्य नाइजीरिया में समुदायों को लक्ष्य बनाते हैं, गांवों को लूटते हैं, और फिर बड़े पैमाने पर अपहरण करते हैं. किडनैप हुए बच्चों के परिजनों ने बताया कि किडनैपर्स ने छात्रों की वापसी के लिए फिरौती मांगी थी, लेकिन राष्ट्रपति टीनुबू ने सुरक्षा बलों को भुगतान ना करने का आदेश दिया था. नाइजीरिया में अपहरण के पीड़ितों को अक्सर अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद रिहा कर दिया जाता है, हालांकि 2022 के कानून में अपहरणकर्ताओं को पैसे सौंपने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
2014 से नाइजीरिया के उत्तरी हिस्से में विद्यालयों से बच्चों का अपहरण करना एक आम बात बन गई है. उस समय से इस्लामी चरमपंथियों ने चिकबोक गांव से 200 से अधिक स्कूली बच्चियों को अपहरण किया था. एक दशक बाद भी, अलग-अलग स्कूलों से लगभग 1400 छात्रों को अगवा किया गया है. इसमें 100 चिबोक लड़कियां भी शामिल हैं जिनका अभी तक कोई भी पता नहीं चला है.