गर्मियां आ गई हैं और इस मौसम में लोग डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए नींबू पानी ज्यादा पीते हैं. गर्मी से बचने के अलावा, ज्यादातर लोग नींबू पानी को इसलिए भी पीते हैं कि इससे वेट लॉस करने में मदद मिलती है. बेशक नींबू पानी हेल्थ को फायदा पहुंचाता है लेकिन कुछ लोगों के लिए ये परेशानी का कारण बन सकता है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ज्यादा नींबू पानी भी हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है.
अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पिटल में क्लीनिकल डायटीशियन माधवी सवानी कहती हैं कि एंटी एजिंग हो या फिर वेट लॉस, लोगों हमेशा से नींबू पानी पर भरोसा करते रहे हैं. नींबू में विटामिन सी, जिंक और फोलिक एसिड पाया जाता है, जो हमारी इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं. डायटीशियन माधवी कहती हैं कि हर अच्छी चीज के भी नुकसान होते हैं. यही नियम नींबू पानी पर भी लागू होता है. आइए जानते हैं कि किन लोगों को नींबू पानी से बचना चाहिए.
दांतों को नुकसान
एक्सपर्ट कहती हैं कि रोजाना ज्यादा मात्रा में नींबू पानी पीने से दांतों पर भी बुरा असर देखने को मिलता है. नींबू में सिट्रिक एसिड की मात्रा ज्यादा होती है, ऐसे में आपके दांतों में सेंस्टिविटी की समस्या हो सकती है. ज्यादा नींबू पानी दांतों केइनेमल को भी प्रभावित करता है.
एसिडिटी होना
जो लोग पहले से ही गैस या एसिडिटी की समस्या से परेशान हैं, उन्हें नींबू पानी पीने से बचना चाहिए. चूंकि इसमें सिट्रिक एसिड की मात्रा ज्यादा पाई जाती है, जिससे एसिडिटी बढ़ने का खतरा रहता है. जिनको एसिडिटी की समस्या रहती है, उन्हें खाली पेट नींबू पानी नहीं पीना चाहिए.
किडनी पर असर
डायटीशियन माधवी का कहना है कि अगर किसी को किडनी से जुड़ी कोई समस्या है तो भी खाली पेट नींबू पानी पीने से बचना चाहिए. इसकी वजह से आपकी किडनी पर अतिरिक्त दवाब पड़ सकता है. इसलिए ध्यान रहे कि क्रोनिक किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों को खाली पेट नींबू पानी नहीं पीना चाहिए.
इसके अलावा, ज्यादा मात्रा में नींबू पानी पीने से सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है. इसमें मौजूद टायरामिन नाम का अमीनो एसिड पाया जाता है, जिसकी वजह से ब्लड हमारे दिमाग तक तेजी से जाकर माइग्रेन से जुड़ी दिक्कतें पैदा कर सकता है.