यूपी की बदायूं लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य और उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य की मुश्किल बढ़ते दिख रही है. लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. गुरुवार को तारीख पर पेश न होने चलते कोर्ट ने ये आदेश जारी किया है.
बताते चलें कि दीपक कुमार स्वर्णकार ने खुद को संघमित्रा का पति बताते हुए केस दाखिल किया है. इस मामले में गुरुवार को सुनवाई होनी थी. मगर, संघमित्रा नहीं पहुंचीं. इस पर कोर्ट ने वारंट जारी कर दिया. मामले में अगली सुनवाई 16 अप्रैल को होगी.
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि दीपक कुमार स्वर्णकार ने संघमित्रा मौर्या को अपनी पत्नी बताया है. उसने कोर्ट में इसका सबूत भी पेश किया है. इस पर बीते दिनों MP-MLA कोर्ट ने स्वामी प्रसाद और संघमित्रा समेत पांच लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया था. लखनऊ MP-MLA कोर्ट में उक्त शख्स द्वारा पूर्व में की गई अपील पर परिवाद दाखिल किया गया था, उसी मामले में यह नोटिस जारी किया गया था.
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले शादी करने का दावा
इतना ही नहीं लखनऊ निवासी दीपक कुमार स्वर्णकार ने संघमित्रा मौर्य, स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 6 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, मारपीट और धमकाने का आरोप भी लगाया था. इसी मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने 6 जनवरी 2024 को सभी आरोपियों को तलब किया था. दीपक ने जो अर्जी दी थी, उसमें उनका दावा था कि लोकसभा चुनाव से पहले 2019 में ही उनकी शादी संघमित्रा से हुई थी.
दीपक ने कोर्ट में दी अपनी अर्जी में यह भी बताया है कि संघमित्रा ने चुनाव आयोग में जो हलफ़नामा दिया, उसमें खुद को उन्होंने अविवाहित दिखाया. ये भी कहा कि मौर्य परिवार की जानकारी में दोनों लंबे समय तक लिव-इन-रिलेशन में रहे. इसके बाद शादी की. मगर, संघमित्रा के सांसद बनने के बाद खुद संघमित्रा और उनके पिता जान के दुश्मन बन बैठे. कई बार हमला भी कराया.