सोमवती अमावस्या पर तीर्थनगरी में नर्मदा स्नान और भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शनार्थ भीड़ उमड़ने से व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई। रात से सुबह दस बजे तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु नर्मदा में डुबकी लगा चुके हैं। मोरटक्का से ओंकारेश्वर के बीच रात भर ट्रैफिक जाम होने से वाहन रेंगते रहे। अमावस्या पर मध्य रात्रि से ही नर्मदा में तांत्रिक क्रिया और पूजन का सिलसिला चल रहा है। सबसे अधिक भीड़ नर्मदा-कावेरी संगम पर है।
शनिवार और रविवार को भी अवकाश के चलते भीड़ रही। सोमवार को ओंकारेश्वर और मोरटक्का के नर्मदा के विभिन्न घाटों पर सुबह से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। दोपहर में 9 बजे बाद भीड़ बढ़ गई। इससे मंदिर में दर्शनों के लिए लोगों को कतार में इंतजार करना पड़ रहा है। नर्मदा स्नान और भगवान ओंकारेश्वर-ममलेश्वर महादेव के दर्शन उपरांत कई श्रद्धालु ओंकार पर्वत की परिक्रमा भी लगा रहे है।
रात से ही बढ़ी भीड़
सोमवती अमावस्या पर ओंकारेश्वर में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं के नर्मदा स्नान करने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने जरूरी व्यवस्थाएं की थी, लेकिन रात से एक साथ भीड़ उमड़ने से जगह-जगह जाम में यात्री फंसने से परेशान होते रहे। पुलिस द्वारा ओंकारेश्वर से पहले ही वाहनों की पार्किंग करवाने से श्रद्धालुओं को 6 से 7 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।
दो लाख के पार श्रद्धालुओं का आंकड़ा पहुंचने की संभावना
कावेरी संगम, नागर घाट, केवलराम घाट, श्री पंचायती महानिर्वाणी घाट, गोमुख घाट, ब्रह्मपुरी, कोटि तीर्थ, चक्रतीर्थ घाट पर नर्मदा स्नान के लिए श्रद्धालु स्वजनों के साथ पहुंचे। भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा भी पार्किंग व्यवस्था की गई। नगर परिषद द्वारा घाटों पर गोताखोर और सुरक्षाकर्मी तैनात है। शाम तक श्रद्धालुओं का आंकड़ा दो लाख से ऊपर पहुंचने की संभावना है।